पश्चिम चंपारण में बैंकों की सुरक्षा बिहार पुलिस व होमगार्ड के जिम्मे, लगे हैं सीसीटीवी
पुलिस अपनी देखरेख में राशि पहुंचाएगी। लेकिन अधिकतर सीएसपी संचालक ऐसा नहीं करते हैं। यही कारण है कि पिछले साल एक दर्जन से अधिक लूट की घटनाएं सामने आई थी। वही फाइनेंस कर्मियों के साथ ही कई बार लूट की घटना घटित हो चुकी है।
पश्चिम चंपारण, जासं। बगहा में बैंकों की सुरक्षा को लेकर प्रशासनिक स्तर पर समय-समय पर बैठकों का आयोजन किया जाता है। ग्रामीण इलाकों में संचालित सीएसपी संचालकों को सख्त हिदायत दी गई है कि अगर उन्हें पैसे की जमा या निकासी करनी है तो इसकी जानकारी पुलिस को दें। पुलिस अपनी देखरेख में राशि पहुंचाएगी। लेकिन, अधिकतर सीएसपी संचालक ऐसा नहीं करते हैं। यही कारण है कि पिछले साल एक दर्जन से अधिक लूट की घटनाएं सामने आई थी।
वही फाइनेंस कर्मियों के साथ ही कई बार लूट की घटना घटित हो चुकी है। जहां तक पुलिस जिले के सरकारी बैकों की सुरक्षा की बात करें तो कुछ बैंकों में पुलिस की तैनाती है जबकि कुछ बैंक कर्मी जरूरत पडऩे पर पुलिस पहुंचती है। वहीं प्राइवेट बैंकों में निजी सुरक्षाकर्मी तैनात हैं। इसके साथ ही समय-समय पर संबंधित थानों की पुलिस भी बैंकों की जांच करती है। बैंक के अंदर लगे सीसीटीवी चालू हालत में हैं। इमरजेंसी अलार्म की बात करें तो बैंक अधिकारी उसे ठीक होने का दावा करते है लेकिन अभी तक वैसे समस्या सामने नहीं आई है कि उसे टेस्ट किया जा सके। ग्रामीण इलाकों में संचालित बैंकों की सुरक्षा की बात करें तो अधिकतर बैंकों में चौकीदारों की तैनाती रहती है। जब भी थाने की पुलिस गश्ती पर जाती है तो एक बार बैंक पहुंचती है।
-- पुलिस जिले के सभी थानाध्यक्षों को आदेश दिया गया है कि वे प्रतिदिन बैंकों की जांच करें और संबंधित अधिकारी से जानकारी ले कि उन्हें कोई परेशानी तो नहीं है। इसके साथ ही पुलिस अधिकारियों के द्वारा भी समय-समय पर जांच की जाती है। -किरण कुमार गोरख जाधव, एसपी, बगहा