पश्चिम चंपारण के मानपुर जंगल में जख्मी बाघ की खोज में दूसरे दिन भी चला सर्च अभियान
बुधवार को वर्चस्व की लड़ाई में मृत बाघ का विसरा जांच के लिए कौन सी जांच केंद्र देहरादून भेज दिया गया। वीटीआर के क्षेत्र निदेशक एचके राय ने बताया कि फॉरेंसिक जांच रिपोर्ट आने के बाद ही मार के मौत का वास्तविक कारण पता चलेगा।
पश्चिम चंपारण, जासं: मानपुर जंगल के समीप मानसरोबर में वर्चस्व की लड़ाई में जख्मी बाघ की खोज में दूसरे दिन गुरुवार को भी सर्च चला। मानसरोवर में ड्रोन कैमरा लगाकर पान की निगरानी की जा रही है। अभी तक जख्मी बाग नजर नहीं आया है। वन कर्मियों की अलग-अलग तीन टीमें बाघ की खोज कर रही है। रेंजर सुनील कुमार पाठक ने बताया कि यह ऑपरेशन तब तक चलेगा जब तक बाघ अपनी आश्रणी में नहीं पहुंचाता है।
विसरा गया देहरादून
बुधवार को वर्चस्व की लड़ाई में मृत बाघ का विसरा जांच के लिए कौन सी जांच केंद्र देहरादून भेज दिया गया। वीटीआर के क्षेत्र निदेशक एचके राय ने बताया कि फॉरेंसिक जांच रिपोर्ट आने के बाद ही मार के मौत का वास्तविक कारण पता चलेगा।
दहशत में दो गांव के लोग
मानपुर जंगल के सभी गन्ने के खेत में दो भागों के बीच लड़ाई हुई थी जिसमें एक बाघ की मौत हो गई और दूसरा जख्मी है। वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि दूसरा बाघ जख्मी है और अभी भी उसी इलाके में डेरा डाले हुए है। ऐसे में घटनास्थल के समीप के गांवों के लोग भयभीत हैं ।अकेले सरेह में नहीं जा रहे हैं । धान का फसल पककर तैयार है। कटनी बाधित है।
मृत बाघ के पंजे में मिला दूसरे पाल का नाखून
मृत बाघ के पोस्टमार्टम के दौरान दूसरे बाघ का नाखून मिला है। मृत बाघ के पंजे से दूसरे बाघ का नाखून मिला है। मृत बाघ का पंजे में गंभीर जख्म पाया गया। ऐसा माना जा रहा हैं कि लड़ाई के दौरान नाखून टूट गया है।