दरभंगा में नाबालिग से शराब का धंधा कराने वाले माफियाओं पर कसेगा शिकंजा, जानिए तस्करी का खेल

दरभंगा शराब तस्‍करी मामले में किशोर न्याय बोर्ड ने लिया संज्ञान पुलिस नोडल पदाधिकारी को लिखा पत्र उदाहरण देकर अनुंसधान करने का दिया निर्देश बताया-शराब का धंधा कराने की पुष्टि होने पर धंधेबाज के खिलाफ है कठोर सजा का प्रावधान

By Dharmendra Kumar SinghEdited By: Publish:Mon, 02 Aug 2021 07:22 PM (IST) Updated:Mon, 02 Aug 2021 07:22 PM (IST)
दरभंगा में नाबालिग से शराब का धंधा कराने वाले माफियाओं पर कसेगा शिकंजा, जानिए तस्करी का खेल
दरभंगा में शराब धंधेबाजों पर होगी कार्रवाई। प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

दरभंगा, जासं। शराब धंधेबाज नाबालिग बच्चों का इस्तेमाल कर रहे हैं। पैसे का लोभ देकर नाबालिग किशोर से शराब मंगाई जाती है और बिक्री भी कराई जाती है। नादानी और नासमझी में किशोर रुपयों के लालच में नेपाल के बॉर्डर इलाके जयनगर तक चले जाते हैं। वह भी टेंपो चलाकर। इस काम के लिए किशोर को प्रतिदिन एक हजार रुपये दिए जाते हैं। गरीबी और आर्थिक तंगी से जूझ रहे किशोर बच्चे शराब धंधेबाजों के टारगेट पर होते हैं।

किशोर न्याय बोर्ड की ओर से विशेष किशोर पुलिस इकाई के नोडल पदाधिकारी सह पुलिस उपाधीक्षक (मुख्यालय) को भेजे गए पत्र से मामले का खुलासा हुआ है।

किशोर न्याय बोर्ड ने घटना की जानकारी देते हुए ङ्क्षबदुवार अनुसंधान करने का भी आदेश दिया है। ताकि, किशोर से शराब का धंधा करानेवालों को सख्त सजा हो सके। बोर्ड के प्रधान दंंडाधिकारी अश्विनी कुमार, सोशल मेंबर अजीत कुमार मिश्र और कुमारी गुंजन ने पूरे मामले की जांच कर किशोर न्याय अधिनियम की धारा- 78 के तहत किसी मादक पदार्थ, शराब, मन प्रभावित करनेवाले पदार्थ को बेचने, फेरी लगाने, मंगाने अथवा तस्करी में किशोर के उपयोग करने वालों के लिए सख्त से सख्त सजा का प्रावधान है। बोर्ड ने माना है कि आरोपित किशोर अशिक्षित होने के कारण गलत संसर्ग में है और अवैध कार्य में लिप्त है। उनकी देखरेख करने की आवश्यकता है। यदि किशोरों को अभी नहीं संभाला गया तो उसका भविष्य चौपट हो सकता है । इसके लिए बोर्ड ने किशोर को समुचित देखरेख के लिए संरक्षण एवं पुनर्वासन की जरूरत पर बल दिया है ।

पुलिस को मैनेज करने की बात कह धंधेबाज मंगाता रहा किशोर से शराब की खेप 

उत्पाद विभाग के धावा दल ने 12 जुलाई को विश्वविद्यालय थानाक्षेत्र के चुनाभट्टी मोहल्ला में छापेमारी की थी। जहां से एक किशोर को साढ़े सात लीटर नेपाली शराब के साथ दबोचा गया। प्राथमिकी दर्ज करने के बाद आरोपित किशोर को किशोर न्याय बोर्ड के समक्ष प्रस्तुत किया गया। जहां किशोर ने स्वयं के निरक्षर होने की बात बताई। कहा- उसकी मां भी अब इस दुनिया में नहीं है। पिता रिक्शा चलाकर चार भाई-बहनों का परवरिश करते हैं। गरीबी के कारण उसे खेसारी लाल नामक शराब धंधेबाज फंसा लिया। एक हजार रुपये प्रतिदिन कमाई का लालच दिया। खेसारी लाल नेपाल बार्डर जयनगर से शराब लाने के लिए किशोर को एक टेंपो भी उपलब्ध कराया। जहां से जान पर खेलकर किशोर शराब की खेप लाकर चुनाभट्टी मोहल्ला स्थित एक घर में अनलोड करता था। जहां से अन्य किशोर के माध्यम से शराब की होमडिलीवरी कराई जाती है।

किशोर ने बताया रोजाना की कमाई से खूब मौज-मस्ती किया करते थे। हालांकि, उसने यह भी बताया कि उसके काम से पिता काफी नाराज रहते हैं। पिता ही खाना बनाकार सभी भाई-बहनों को खिलाते हैं। इससे कई बार पकड़े जाने के डर और पिता की स्थिति को देख गलत काम छोड़ देने का निर्णय लिया। लेकिन, हर बार धंधेबाज खेसारी लाल यह आश्वासन दिया कि तुम्हें कुछ नहीं होने देंगे। पुलिस मैनेज है।

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