समस्तीपुर में लापरवाही से नियोजित शिक्षकों के वेतन भुगतान में फंसा पेंच, नहीं हुआ भुगतान

जिले में शिक्षकों का वेतन भुगतान के लिए 37 करोड़ 40 लाख रुपये का आवंटन प्राप्त हुआ। उक्त राशि दो मद से मिली है। ऐसे में पहले मद से लगभग पांच करोड़ रुपये आवंटित किया गया। जबकि दूसरे मद में 32 करोड़ 40 लाख रुपये आई।

By Ajit KumarEdited By: Publish:Fri, 22 Oct 2021 08:32 AM (IST) Updated:Fri, 22 Oct 2021 08:32 AM (IST)
समस्तीपुर में लापरवाही से नियोजित शिक्षकों के वेतन भुगतान में फंसा पेंच, नहीं हुआ भुगतान
डीपीओ पर वित्तीय अनियमितता करने का लगाया आरोप, आंदोलन की दी चेतावनी।

समस्तीपुर, जासं। दशहरा बीत गया लेकिन नियोजित शिक्षकों का वेतन भुगतान अब तक नहीं हो सका है। विभागीय लापरवाही के कारण आवंटन रहने के बाद भी भुगतान नहीं होने से नियोजित संवर्ग के शिक्षकों में आक्रोश व्याप्त है। शिक्षक वेतन के लिए विभाग का चक्कर काट रहे हैं। हालांकि, उसके बाद भी अब तक उनका भुगतान नहीं किया जा रहा है। जबकि, नियमित शिक्षकों का वेतन भुगतान कर दिया गया। विभागीय सूत्र बताते है कि जिले में शिक्षकों का वेतन भुगतान के लिए 37 करोड़ 40 लाख रुपये का आवंटन प्राप्त हुआ। उक्त राशि दो मद से मिली है। ऐसे में पहले मद से लगभग पांच करोड़ रुपये आवंटित किया गया। जबकि, दूसरे मद में 32 करोड़ 40 लाख रुपये आई। दूसरे मद की राशि का भुगतान पीएफएमएस के माध्यम से होना था। इसी में विभागीय कर्मियों द्वारा गड़बड़ी किए जाने की वजह से वेतन फंस गया। जिससे नियोजित शिक्षकों का वेतन नहीं मिल सका। जबकि पहले मद में पांच करोड़ की राशि मिली। जिस राशि से नियमित और नियोजित दोनों शिक्षकों का वेतन भुगतान किया जाना था। लेकिन नियमित शिक्षकों ने डीपीओ पर दबाव बनाकर उक्त राशि से वेतन के रूप में चार करोड़ रुपये भुगतान करा लिया। ऐसे में अब नियोजित शिक्षकों द्वारा डीपीओ पर वित्तीय अनियमितता करने का आरोप लगा रहे है।

विभागीय स्तर पर लापरवाही की वजह से नियोजित शिक्षकों को नहीं मिला वेतन

वेतन को लेकर परिवर्तन प्रारंभिक शिक्षक संघ और टीईटी शिक्षक संघ ने जिला शिक्षा पदाधिकारी से मिलकर शिकायत की। इस पर डीईओ विभागीय स्तर पर गड़बड़ी होने की बात कहते हुए उसे अविलंब वेतन भुगतान करने को लेकर आश्वस्त किया। टीईटी शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष आनेन्दु कुमार ने कहा कि दीपावली व छठ जैसे महापर्व होने है। वेतन के अभाव में शिक्षकों की स्थिति अत्यंत ही दयनीय हो गई है। आर्थिक तंगी से शिक्षकों को जूझना पड़ रहा है। अगर जल्द इस दिशा में सकारात्मक पहल नहीं होता है तो उग्र होकर आंदोलन किया जाएगा।

डीपीओ पर वित्तीय अनियमितता का आरोप

परिवर्तनकारी प्रारंभिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष निशांत कुमार निलाभ ने कहा कि विभागीय स्तर पर लापरवाही की वजह से नियोजित शिक्षकों का वेतन भुगतान नहीं हो सका। आरोप लगाया कि डीपीओ द्वारा नियमित शिक्षकों का अगस्त तक का वेतन भुगतान कर दिया। जबकि जिले के लगभग 10 हजार से अधिक नियोजित शिक्षकों का वेतन भुगतान दुर्गा पूजा से पूर्व नहीं हो सका। 

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