एक स्कूल को छोड़ पहले दिन स्कूलों में पांच फीसद भी नहीं पहुंचे बच्चे

कोरोना संक्रमण के चलते लंबे समय तक स्कूल-कॉलेज बंद रहे।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 29 Sep 2020 01:35 AM (IST) Updated:Tue, 29 Sep 2020 01:35 AM (IST)
एक स्कूल को छोड़ पहले दिन स्कूलों में पांच फीसद भी नहीं पहुंचे बच्चे
एक स्कूल को छोड़ पहले दिन स्कूलों में पांच फीसद भी नहीं पहुंचे बच्चे

मुजफ्फरपुर : कोरोना संक्रमण के चलते लंबे समय तक स्कूल-कॉलेज बंद रहे। करीब छह माह बाद सोमवार को आधी-अधूरी तैयारी के साथ नौवीं से 12वीं तक की कक्षाएं शुरू हुई। जिले के केवल एक विद्यालय प्रभात तारा में मात्र 44 बच्चे ही आए थे। वहां संक्रमण से निपटने के लिए सभी व्यवस्था की गई थी। थर्मल स्कैनर से लेकर हैंड सैनिटाइजर व मास्क तक की व्यवस्था की गई थी। इसके अलावा जिले में पांच फीसद बच्चे भी स्कूलों में नहीं पहुंचे थे। चैपमैन स्कूल में जलजमाव के कारण पूरा परिसर नर्क में तब्दील है, इसलिए वहां पांच-सात बच्चे ही आ पाए। जिला स्कूल में भी नौंवी बोर्ड 2022 के फॉर्म भरने के लिए बच्चे आए। विद्या बिहार स्कूल में दर्जनाधिक बच्चे पहुंचे थे। स्वजनों के शपथपत्र पर ही स्कूल आएंगे विद्यार्थी अधिकतर स्कूल और कॉलेज पहले दिन नहीं खुल सके। जिन स्कूलों को खोला गया उनमें भी इक्के-दुक्के छात्र ही मार्गदर्शन लेने पहुंचे थे। जो भी बच्चे विद्यालय पहुंचे थे, वे स्वजन से शपथपत्र लेकर आए थे। स्वजन अब भी बच्चों को स्कूल भेजने से परहेज कर रहे हैं। विशेष दिशा निर्देशों का पालन करते हुए स्कूलों का संचालन करने का निर्देश दिया गया है। मुख्यालय स्थित मुखर्जी सेमिनरी, एमडीडीएम कॉलेज समेत कुछ स्कूल खुले। लेकिन, यहां काफी कम विद्यार्थी पहुंचे। कई स्कूलों पर तो विद्यार्थी पहुंचे ही नहीं। शिक्षकों ने बताया कि अभिभावक अब भी संक्रमण के डर से बच्चों को नहीं भेजना चाह रहे हैं। इंद्रप्रस्थ बोचहां शाखा में करीब दो दर्जन छात्र-छात्राएं पहुंचे थे। अधिकतर बच्चे स्वजन से सहमति पत्र लेकर ही गए थे। मार्गदर्शन के लिए यदि विद्यार्थी आते हैं तो प्रार्थना सत्र, खेलकूद व भीड़भाड़ वाली गतिविधि स्कूल में अयोजित नहीं की जाएगी। इन दिशा निर्देशों का करना होगा अनुपालन - कंटेनमेंट जोन के बाहर ही 9 से 12 वीं के विद्यार्थी को शिक्षकों से मार्गदर्शन की अनुमति होगी।

- कंटेनमेंट जोन में आवास वाले शिक्षक, छात्र या कर्मी स्कूल नहीं आएंगे।

- अभिभावक की लिखित सहमति से ही छात्र स्कूल में मार्गदर्शन लेने पहुंचेंगे।

- छात्र - छात्रा स्वैच्छिक आधार पर इसमें शामिल हो सकते हैं।

- क्वारंटाइन सेंटर के रूप में इस्तेमाल स्कूल का सघन सैनिटाइजेशन आवश्यक है।

- शिक्षक,कर्मचारी, छात्रों की बायोमैट्रिक हाजिरी नहीं बनेगी।

- स्कूल में नियमित अंतराल पर हाथ धोने की व्यवस्था होगी।

- प्रार्थना सत्र, खेलकूद व भीड़भाड़ वाली गतिविधियां स्कूल में वर्जित होंगी।

- स्कूल के प्रवेश द्वार पर हैंड सैनिटाइजर की व्यवस्था होगी।

- कोविड-19 के संक्रमण से उत्पन्न होने वाले लक्षण यदि दिखते हैं तो तत्काल चिकित्सीय सलाह की व्यवस्था रहेगी।

- स्कूल प्रबंधन व शिक्षक की सर्वोच्च प्राथमिकता छात्र-छात्राओं के स्वास्थ की रक्षा करना होगा।

- पूर्व की तरह ऑनलाइन लर्निंग की व्यवस्था जारी रहेगी।

- स्कूल में साफ - सफाई, सैनिटाइजेशन पर होने वाले व्यय को विद्यालय में संधारित छात्र कोष की राशि या समग्र शिक्षा अंतर्गत प्राप्त होने वाली कंपोजिट ग्रांट की राशि से होगी।

- छात्रावास व कोचिग संस्थान पूर्व की तरह अगले आदेश तक बंद रहेंगे।

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