आपसी सहयोग से होगी सरस्वती पूजा, कैंपस में चंदा वसूली नहीं
छात्र व शिक्षकों की बैठक में हुआ निर्णय, 10 सदस्यीय कमेटी बनी। ड्यूक हॉस्टल के बगल में बनेगा मां सरस्वती का मंदिर।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। एलएस कॉलेज में सरस्वती पूजा के दौरान कैंपस में चंदा वसूली से छात्रों ने तौबा किया तो शिक्षकों ने सहयोग का हाथ बढ़ाया है। आपसी सहयोग से ही पूजा-अर्चना की जाएगी, इसके लिए कैंपस में चंदा वसूली कतई नहीं होगी। शुक्रवार को प्राचार्य प्रो. ओपी राय की अध्यक्षता में शिक्षक, कर्मचारी, छात्रसंघ व छात्रों की बैठक में निर्णय लिया गया। एलएस कॉलेज के ड्यूक हॉस्टल के पास मां सरस्वती का मंदिर बनेगा।पूजा के लिए दस सदस्यीय कमेटी गठित
सरस्वती पूजा के लिए एक दस सदस्यीय कमेटी गठित की गई है जिसमें शिक्षक संघ, कर्मचारी संघ, छात्रसंघ, विश्वविद्यालय थानाध्यक्ष व प्राचार्य शामिल हैं। ये कमेटी पूजा की तैयारी से लेकर प्रतिमा विसर्जन तक के कार्य में अपना मंतव्य देगी और हर संभव सहयोग भी करेगी। कॉलेज के भौतिकी लेक्चर हॉल में यह बैठक हुई।
चंदा वसूली को लेकर खुफिया अलर्ट
सरस्वती पूजा के दौरान बीआरए बिहार विश्वविद्याल व एलएस कॉलेज में बवाल की आशंकाओं के मद्देनजर खुफिया ने जिला पुलिस व प्रशासन को अलर्ट कर दिया है। पिछले साल विश्वविद्यालय व एलएस कॉलेज के छात्रों में इसी बात को लेकर भिडं़त और उसके बाद बम विस्फोट की घटना को देखते हुए खुफिया अलर्ट काफी महत्व रखता है।
एलएस कॉलेज के प्राचार्य बोले, मेरे छात्र नहीं करेंगे वसूली
एलएस कॉलेज के प्राचार्य प्रो. ओपी राय ने कहा है कि उनके यहां पढऩे वाले विद्यार्थियों ने स्वयं कहा है कि वे इस बार चंदा वसूली बिल्कुल भी नहीं करेंगे। प्राचार्य ने कहा कि पूजा के लिए लाखों का खर्च फिजूलखर्ची के सिवा कुछ नहीं है। फिर भी पूजा खर्च जुटाने पर हम सभी हर संभव सहयोग करेंगे।