सरैया प्रखंड प्रमुख की खिसकी कुर्सी
सरैया प्रखंड प्रमुख उíमला देवी के खिलाफ सभागार मे विशेष बैठक कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच हुई।
मुजफ्फरपुर : सरैया प्रखंड प्रमुख उíमला देवी के खिलाफ सभागार मे विशेष बैठक कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच हुई। स्थानीय पुलिस से लेकर एसएसबी के जवान मौजूद थे। प्रखंड प्रमुख ने अपने समर्थकों के साथ सदन का बहिष्कार कर दिया। प्रमुख के खिलाफ सदन में 26 सदस्य मौजूद थे। बहस के बाद हुई वोटिंग में प्रमुख के खिलाफ 24 मत डाले गए, जबकि दो मत रद हो गया। बीडीओ डॉ. बीएन सिंह ने बताया कि अविश्वास प्रस्ताव के नतीजे की सूचना पंचायती राज विभाग के माध्यम से राज्य निर्वाचन आयोग को भेजी जाएगी। आयोग द्वारा नए प्रखंड प्रमुख के चुनाव की तारीख घोषित होने पर चुनाव होगा। मालूम हो कि उíमला देवी दो साल पहले 2018 में तत्कालीन प्रखंड प्रमुख सह जेडीयू नेता और प्रमुख संघ की जिलाध्यक्ष कंचनमाला को हटाकर प्रमुख बनी थीं। दो साल बाद अविश्वास प्रस्ताव के कारण उíमला देवी को कुर्सी गंवानी पड़ी। अविश्वास प्रस्ताव पारित होने के बाद कंचनमाला ने कहा कि यह टीम भावना की जीत है। समिति सदस्यों ने प्रमुख के भेदभाव और अराजक रवैये के खिलाफ वोट किया है। अविश्वास प्रस्ताव पारित कराने में पूर्व प्रमुख कंचनमाला, उपप्रमुख तारकेश चौधरी, सुनील द्विवेदी, राजन चौधरी, सुनील सिंह, शिवचंद्र पासवान, जनार्दन ठाकुर, महेश्वर पासवान, गणेश साह आदि सक्रिय रहे। बीडीओ ने बताया कि 41 सदस्यीय सदन में एक सदस्य ने इस्तीफा दे दिया है। मतदान में 26 सदस्यों ने भाग लिया। प्रमुख के खिलाफ 24 वोट डाले गए, जबकि दो वोट रद हो गए। प्रमुख समर्थकों में शामिल 14 सदस्यों ने बैठक का बहिष्कार कर दिया।