मुजफ्फरपुर के संतोष ने विकसित किया 'संपर्क भारत' एप, आसान होगी वीडियो संवाद की राह

मुजफ्फरपुर के जिले के युवाओं की एक टीम ने देश को एक तोहफा दिया है। कई बेहतरीन फीचर्स से लैस है एप डाटा रहेगा सुरक्षित। स्टार्टअप इंडिया के लिए चुना गया एप।

By Murari KumarEdited By: Publish:Wed, 12 Aug 2020 02:42 PM (IST) Updated:Wed, 12 Aug 2020 02:42 PM (IST)
मुजफ्फरपुर के संतोष ने विकसित किया 'संपर्क भारत' एप, आसान होगी वीडियो संवाद की राह
मुजफ्फरपुर के संतोष ने विकसित किया 'संपर्क भारत' एप, आसान होगी वीडियो संवाद की राह

मुजफ्फरपुर [अंकित कुमार]। अंतरराष्ट्रीय युवा दिवस पर जिले के युवाओं की एक टीम ने देश को एक तोहफा दिया है। वर्तमान में ऑनलाइन मीटिंग के लिए लोगों को स्वदेशी एप की तलाश थी। जिले के संतोष श्रीवास्तव और उनकी टीम ने अपनी प्रतिभा से न केवल इस जरूरत को पूरा किया है बल्कि, उनके 'संपर्क भारतÓ एप को स्टार्टअप इंडिया प्रोग्राम के पहले चरण में चुन भी लिया गया है। इस एप से वीडियो संवाद की राह आसान होगी। 

संतोष बताते हैं कि उन्होंने शानू श्रीवास्तव, भास्कर भगवान सिंह व ऋतिक शर्मा के साथ मिलकर वीडियो कॉलिंग और मीटिंग के लिए 'संपर्क भारत' एप विकसित किया। एप पूरी तरह से निशुल्क है। 

 टीम के सारे सदस्य गवर्नमेंट पॉलीटेक्निक मुजफ्फरपुर के वर्ष 2019 के पास-आउट हैं। एप को बनाने ओर उसको मार्केट में लाने तक की देखरेख प्रो$ निखिल कुमार ने की। 

ये हैं फीचर्स

एप में एक साथ बिना किसी तय सीमा के लोगों से वीडियो संवाद कर सकते हैं। साथ ही अपने मीङ्क्षटग को इस एप से उसी वक्त यूट््यूब पर लाइव चला सकते हैं। एप का डाटा केबल कॉल से कनेक्टेड डिवाइस के साथ ही शेयर किया जाता है।

 सरैया के कुणाल ने एक हजार गांवों को कर दिया सैनिटाइज  

सरैया प्रखंड के अभाविप कार्यकर्ता सह भूतपूर्व सैनिक किशोर कुणाल ने लॉकडाउन के दौरान अपनी खास जिम्मेदारी निभाई। किशोर ने एक हजार से अधिक गांवों को सैनिटाइज कर दिया। साथ ही जरूरतमंदों तक राशन सामग्री भी निरंतर पहुंचाई। खुद अपनी जान की परवाह किए बिना क्वरंटाइन सेंटर पर भी लोगों की सेवा की। कहा कि समाज के लिए हमेशा कार्य करता रहूंगा। 

आपदा के समय तत्पर रहकर भर रहे ऊर्जा 

लॉकडाउन के दौरान आए प्रवासियों की सेवा में दिनरात एक कर सड़क पर उनकी सेवा करने वाले मोतीपुर के युवा सह अभाविप कार्यकर्ता गुड्डू यादव अन्य युवाओं के लिए प्रेरणास्रोत हैं। गुड्डू बिस्किट और पानी लेकर पूरे दिन बसों और पैदल या साइकिल से जाने वाले प्रवासियों की सेवा में लगे रहते थे। उन्होंने कहा कि सेवा हमारी संस्कृति रही है।

युवाओं की अग्रणी भूमिका सुनिश्चित करना युवा दिवस का उद्देश्य  

अंतरराष्ट्रीय युवा दिवस का उद्देश्य गरीबी उन्मूलन एवं सतत विकास के लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए युवाओं की अग्रणी भूमिका सुनिश्चित करना है। संयुक्त राष्ट्र महासभा की ओर से 17 दिसंबर 1999 को युवा विश्व सम्मलेन के दौरान प्रत्येक वर्ष 12 अगस्त को अंतरराष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में मनाने की घोषणा की गई थी। 

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