West champaran : सीमांकन होने तक विवादित स्थल से बालू खनन पर रहेगा रोक
West champaran नेपाली एपीएफ पर हमले की घटना से भारतीय अधिकारी भी दुखी 12 फरवरी से इस घाट से बालू की निकासी पर है रोक गदियानी भंगहा बालू घाट से खनन को लेकर भारत- नेपाल के अधिकारियों की बैठक
पश्चिम चंपारण (इनरवा), जासं । भारत- नेपाल बॉर्डर से सटकर बह रही ओरिया नदी के गदियानी- भंगहा बालू घाट से बालू की निकासी पर पिछले 19 दिनों से रोक हैं। बालू खनन को लेकर विवाद को सुलझाने को लेकर भारतीय अधिकारी काफी मशक्कत कर रहे है। गुरुवार को नकरदेही एसएसबी कैंप में भारत और नेपाल के अधिकरियों की एक बैठक हुई। मैनाटांड के सीओ रंजन एवं 44 वीं बटालियन के उप सेनानायक शैलेश कुमार ङ्क्षसह ने संयुक्त रूप से बताया कि नदी में सीमा को लेकर विवाद है। यहां भारतीय क्षेत्र के लोग हीं बालू का खनन करते हैं। चूंकि नदी में कटाव व बाढ़ के कारण सीमांकन का पिलर नहीं है। ऐसे में सबसे पहले सीमा को चिन्हित कर पैमाइश करने की प्रक्रिया की जाएगी। ताकि दोनों देश के बीच बालू खनन करने लेकर तनाव की स्थिति पैदा नहीं हो। फिलहाल अभी जहां नदी में विवादित खनन स्थल है, वहां पर खनन करने प्रतिबंध लगा दिया गया है।
तस्करी पर रोक लगाने की बनी साझा रणनीति
बैठक में भारत नेपाल सीमा पर अवैध गतिविधियों ,तस्करी इत्यादि पहलुओं पर चर्चा की गई। दोनों देश के अधिकारियों ने बॉर्डर पर शांति कायम रखने में सहयोग का भरोसा दिलाया। विशेष तौर पर गादियानी घाट के सीमा स्तम्भ संख्या 424/8 के समीप बीते 12. फरवरी को बालू खनन करने गए भारतीयों ने नेपाल के पिडारिगुथी चौकी 13 वाहिनी एपीएफ गश्त दल पर आक्रामक हमला किया था, इसकी चर्चा की गई एवं भविष्य में इस तरह कि घटना को प्रतिबंधित करने के लिए संयुक्त सहयोग की अपेक्षा की गई। समन्वय बैठक समय- समय पर आयोजित करने पर दोनों देश के अधिकारी सहमत हुए। बैठक में नेपाल एपीएफ 13वीं वाहिनी के एसपी राजेन्द्र खड़का, एसएसबी 44 वीं बटालियन नरकटियागंज के द्वितीय कमान अधिकारी अनिल कुमार ङ्क्षसह, उप कमांडेंट ( प्रचालन) शैलेश कुमार ङ्क्षसह, एसएसबी 47 वीं बटालियन रमगढ़वा (पंटोका) के उप कमांडेंट मनोज कुमार , नकरदेही के असिस्टेंट कमांडेंट जसपाल समेत अन्य उपस्थित रहे।