Samastipur: लूट की प्राथमिकी दर्ज कराने आए सीएसपी संचालक को पुलिस ने किया गिरफ्तार, जानिए वजह

समस्तीपुर के दलसिंहसराय थाना क्षेत्र का है मामला। एक सीएसपी संचालक 7.65 लाख रुपये की लूट की प्राथमिकी दर्ज कराने आया लेकिन पुलिस ने उसे ही गिरफ्तार कर लिया। जब डीएसपी ने प्रेस कांफ्रेंस में इसकी वजह बताई तो सब अवाक रह गए...

By Murari KumarEdited By: Publish:Tue, 15 Jun 2021 07:41 PM (IST) Updated:Tue, 15 Jun 2021 07:41 PM (IST)
Samastipur: लूट की प्राथमिकी दर्ज कराने आए सीएसपी संचालक को पुलिस ने किया गिरफ्तार, जानिए वजह
गिरफ्तार सीएसपी संचालक के साथ प्रेस को जानकारी देते डीएसपी दिनेश कुमार पांडये ।

समस्तीपुर, जागरण संवाददाता। जिले के दलसिंहसराय थाना में एक अजीबोगरीब मामला प्रकाश में आया है । जहां दलसिंहसराय थाने की पुलिस ने सात लाख 65 हजार रुपये अपराधी के द्वारा लूट लेने को लेकर प्राथमिकी दर्ज कराने आए सीएसपी संचालक को ही गिरफ्तार कर लिया । मंगलवार थाना परिसर में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस को सम्बोधित करते हुए डीएसपी दिनेश कुमार पांडये ने बताया कि सोमवार को कोनैला गांव के वार्ड संख्या दो निवासी फिनो बैंक के सीएसपी संचालक सुनील कुमार ने दलसिंहसराय थाने में आवेदन देकर सात लाख 65 हजार की लूट को लेकर प्राथमिकी दर्ज कराया था । थाना अध्यक्ष कुमार ब्रजेश को सीएसपी संचालक पर शक हुआ तो उन्होंने ने घटनास्थल पर जांच करते हुए लूटी गई राशि का विवरण संग्रह किया तो पता चला कि सीएसपी संचालक से किसी प्रकार की कोई लूट नहीं हुई है । क्योंकि संचालक के पास इतनी बड़ी राशि थी ही नही ।

सीएसपी संचालक ने पुलिस को बताया था कि वह मंसूरचक रोड गुरदासपुर में फिनो बैंक का सीएसपी चलता है । घटना के दिन उसने प्रखंड कार्यालय रोड स्थित माया माइक्रो फाइनांस से 4 लाख 44 हजार की निकासी की थी तथा शेष राशि फीड लैंड पाइक्रो फाइनांस से निकासी कर गुरदासपुर स्थित ग्रामीण बैंक में जमा करने जा रहा था । इसी दौरान अपराधी ने हथियार के बल पर राशि लूट लिया । लेकिन जांच में यह पाया गया कि इसने दोनो फाइनांस कंपनी से एक भी रुपये का निकासी नहीं की गई ।

पुलिस ने सीएसपी संचालक से पूछताछ किया तो पता चला की इसमें एक जमीन बेचने के नाम पर गांव के ही एक व्यक्ति से बीस लाख रुपया ले लिया था । वह व्यक्ति जमीन नहीं बेचने पर रुपये वापसी का दबाब बना रहा था। उस दबाब से बचने के लिए इसने झूठी लूट की प्राथमिकी दर्ज कराई। ताकि कर्ज की राशि मांगने वालों से कुछ दिन का मौहलत मिल जाए। पुलिस ने झूठे मुकदमा दर्ज कराने को लेकर विभिन्न धाराओं में प्राथमिकी दर्ज करते हुए सीएसपी संचालक को न्यायालय के आदेश पर न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया । मौके परदरोगा, नंदकिशोर यादव, महानंद सोरेन, राजकिशोर सिंह, के अलावे शिवकुमार त्रिपाठी मौजूद थे ।

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