समस्तीपुर में सात पीएचसी प्रभारी, बीएचएम और बीसीएम के वेतन पर रोक
शत प्रतिशत प्राप्त करने का निर्देश दिया गया था। समीक्षा के क्रम में बुधवार को पाया गया कि कुल लक्ष्य के विरुद्ध एक लाख 28 हजार 78 लाभुकों का ही टीकाकरण कार्य किया गया है। इसको लेकर 99 हजार 200 लाभुकों को टीकाकरण से अच्छादित नहीं किया जा सका।
समस्तीपुर, जागरण संवाददाता। कोविड-19 टीकाकरण कार्य में जिले के सात प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र द्वारा लापरवाही बरतने के मामले में जिलाधिकारी शशांक शुभंकर ने प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधक और प्रखंड सामुदायिक उत्प्रेरक के वेतन पर रोक लगाते हुए स्पष्टीकरण किया है। डीएम ने समीक्षा के क्रम में पाया कि लक्ष्य के लाभुकों का टीकाकरण का कार्य कम किया गया है। इसमें प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र वारिसनगर, मोहिउद्दीनगर, विभूतिपुर, हसनपुर, ताजपुर, कल्याणपुर और विद्यापतिनगर पीएचसी शामिल है। स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव के निर्देश के आलोक में जिले में टीकाकरण से छूटे व्यक्तियों का सर्वे कराया गया था। सर्वेक्षण के उपरांत जिले में कुल 2 लाख 27 हजार 278 लाभुकों की सूची तैयार की गई थी। इसमें टीकाकरण का विशेष अभियान चलाते हुए लक्ष्य के अनुरूप शत प्रतिशत प्राप्त करने का निर्देश दिया गया था। समीक्षा के क्रम में बुधवार को पाया गया कि कुल लक्ष्य के विरुद्ध एक लाख 28 हजार 78 लाभुकों का ही टीकाकरण कार्य किया गया है। इसको लेकर 99 हजार 200 लाभुकों को टीकाकरण से अच्छादित नहीं किया जा सका।
सर्वेक्षण के उपरांत जिले के सात प्रखंड की रिपोर्ट में गड़बड़ी सामने आई है। इसमें वारिसनगर में कुल लक्ष्य 77 हजार 701 निर्धारित किया गया था। जिसमें 5089 का ही मात्र टीकाकरण किया जा सका। इसमें स्पष्ट हुआ कि 72 हजार 612 वैक्सीनेशन कार्य शेष रह गया। इसके अलावा में मोहिउद्दीनगर में 12 हजार 674 में 5178, विभूतिपुर में 15 हजार 131 में 7720, हसनपुर में 9813 में 4897, ताजपुर में 9685 में 5626, कल्याणपुर में 13 हजार 403 में 9800 और विद्यापतिनगर में 6090 में 3717 का टीकाकरण किया गया। सर्वेक्षण में स्पष्ट हुआ कि वारिसनगर में 72 हजार 612, मोहिउद्दीनगर में 7496, विभूतिपुर में 7411, हसनपुर में 4916, ताजपुर में 4059, कल्याणपुर में 3603, विद्यापतिनगर में 2373 का टीकाकरण शेष रह गया।
स्पष्टीकरण का जवाब समर्पित करने का दिया आदेश
डीएम ने सर्वेक्षण उपरांत आंकड़ों का अवलोकन किया। इससे स्पष्ट हुआ कि टीकाकरण अभियान को गंभीरता से नहीं लिया गया। यह कर्तव्य के प्रति लापरवाही एवं कार्यों के प्रति उदासीनता का द्योतक है। इसको लेकर आदेश दिया गया कि स्पष्टीकरण का जवाब समर्पित करें। साथ ही अगले आदेश तक वेतन स्थगित रहेगा।
इन अधिकारियों व कर्मियों के वेतन पर लगी रोक
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र वारिसनगर के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डा. रामचंद्र महतो, प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधक रंजीत कुमार प्रसाद, प्रखंड सामुदायिक उत्प्रेरक आरती कुमारी, मोहिउद्दीनगर के प्रभारी डा. अमित कुमार, बीएचएम धीरेंद्र कुमार, बीसीएम सुमन कुमार, विभूतिपुर के प्रभारी डा. फुलेश्वर प्रसाद सिंह, बीएचएम संजय कुमार, बीसीएम हीरामण चौधरी, हसनपुर के प्रभारी डा. एसएस लाल, बीएचएम वहाब आलम, बीसीएम रवि कुमार, ताजपुर के प्रभारी डा. सोने लाल राय, बीएचएम अंजनी नंदन, बीसीएम रुपेश रौशन, कल्याणपुर के प्रभारी डा. बीके ठाकुर, बीएचएम केसरी कुमार सिन्हा, बीसीएम शमीम असगर, विद्यापतिनगर के प्रभारी डा. रामचंद्र प्रसाद सिंह, बीएचएम मुकुंद मयंक, बीसीएम वीणा कुमारी शामिल है।