मुजफ्फरपुर में आरटीपीसीआर जांच में निजी लैब का कमाल, सौदा पटा तो नमूना देने की नहीं दरकार
केवल तय रकम देने पर बगैर नमूना दिए 24 घंटे में आ रही रिपोर्ट। एसकेएमसीएच में जांच के नाम पर अवैध वसूली करने वाले दो टेक्नीशियन हटाए गए। अघोरिया बाजार इलाके के एक दवा कारोबारी ने इस तरह के मामले की जानकारी उपलब्ध कराई है।
मुजफ्फरपुर, जासं।कोरोना की चेन तोडऩे के अभियान को धक्का लग रहा है। हवाई सफर करने वाले बिना अपना नमूना दिए आरटीपीसीआर रिपोर्ट लेकर सफर कर रहे हैं। यदि वह कोरोना मरीज हुआ तो संक्रमण की चेन को और मजबूत करेगा। जूरन छपरा इलाके में इस तरह का कारोबार खूब फल फूल रहा है। अघोरिया बाजार इलाके के एक दवा कारोबारी ने इस तरह के मामले की जानकारी उपलब्ध कराई है। बताया कि दो हजार से सौदा शुरू हुआ लेकिन 1300 रुपये में बात बनी। नमूना देने के झंझट से मुक्ति मिली। केवल आधार व मोबाइल नंबर शेयर किया। उसके बाद मोबाइल पर रिपोर्ट आ गई। इसके बाद उन्होंने हवाई यात्रा की। दवा कारोबारी ने अपनी रिपोर्ट को वाट्सएप पर साझा करते हुए इस गोरखधंधे का पर्दाफाश किया है। अभी महाराष्ट्र समेत कई जगहों पर जाने के लिए आरटीपीसीआर जांच अनिवार्य है और उसके लिए यह अवैध कारोबार खूब फल फूल रहा है।
तय दर से ज्यादा की कर रहे वसूली
सरकार की ओर से निजी लैब में आरटीपीसीआर के लिए 1100 रुपये निर्धारित है। आठ सौ रुपये जांच और तीन सौ कलेक्शन पर लेना है। एंटीजन टेस्ट के लिए 250 रुपये तय है। आइसीएमआर से प्रमाणित लैब ही आरटीपीसीआर की जांच कर सकता है, लेकिन एक भी निजी लैब इस मानक पर नहीं है। यहां पर केवल सैंपल कलेक्शन किया जाता है और पटना या दिल्ली भेजकर लैब वाले जांच करा रहे हैं। एक निजी लैब संचालक ने बताया कि पटना में नमूना भेजने के बाद एक सौ रुपये प्रति नमूना कलेक्शन चार्ज मिल जाता है। नमूना तो भेजना ही है। बिना नमूना जांच नहीं होता लेकिन नाम किसी का और नमूना किसी का भेजने का खेल हो रहा है। अपने लैब के किसी कर्मी या फिर किसी परिचित का नमूना संग्रह कर दूसरे के नाम पर जांच करने का काम हो रहा है। तय दर से अधिक की वसूली हो रही है। सिविल सर्जन डा.विनय कुमार शर्मा ने कहा कि बिना नमूना लिए जांच रिपोर्ट देना गंभीर मामला है। उनको इस संबंध में कोई शिकायत नहीं मिली है। जिले में कितने निजी लैब की ओर से आरटीपीसीआर के लिए नमूना संग्रह किया जा रहा है। इसकी जांच होगी, जिनकी रिपोर्ट है उनसे नमूना लिया गया या नहीं इसकी पड़ताल होगी।
वायरल वीडियो पर एसकेएमसीएच के दो लैब टेक्नीशियन हटे
एसकेएमसीएच में आरटीपीसीआर की जांच रिपोर्ट समय पर देने के लिए रुपये मांगने के आरोप में दो लैब टेक्नीशियन को हटा दिया गया है। प्राचार्य डा.विकास कुमार ने बताया कि एक वायरल वीडियो उनके मिला। जिसमें लैब टेक्नीशियन जांच रिपोर्ट समय पर देने के लिए रुपये की मांग कर रहा। वीडियो के आधार पर दोनों की पहचान की गई। उसके बाद दोनों को तत्काल हटा दिया गया। इसके बाद लैब में अब सीधे किसी के नमूना लेने पर रोक लगा दी गई। अब जो भी नमूना संग्रह होगा वह आउटडोर, सदर अस्पताल या भर्ती मरीज का लिया जाएगा। अभी सदर अस्पताल व शिवहर जिले से नमूना आ रहा है। दो हजार से 2400 नमूना प्रतिदिन आ रहा है। यहां पर चार हजार नमूने की प्रतिदिन जांच करने की क्षमता है।