मुजफ्फरपुर के सकरा में सीएसपी संचालक से 4.75 लाख रुपये की लूट

व्यवसायी रात में दुकान बंद कर अपने घर दुबहा बाइक से लौट रहे थे। इसी क्रम में मोटरसाइकिल सवार तीन अपराधियों ने आगे से उनकी बाइक रोक दी। फिर कनपट्टी पर पिस्तौल भिड़ाकर रुपये से भरा बैग छीन लिया। हल्ला करने पर जान से मारने की धमकी।

By Ajit KumarEdited By: Publish:Thu, 23 Sep 2021 06:35 AM (IST) Updated:Thu, 23 Sep 2021 06:35 AM (IST)
मुजफ्फरपुर के सकरा में सीएसपी संचालक से 4.75 लाख रुपये की लूट
बुधवार रात आठ बजे की घटना, पुलिस कर रही जांच। प्रतीकात्मक फोटो

सकरा (मुजफ्फरपुर), संस। थाना क्षेत्र के दुबहा स्टेशन के समीप हार्डवेयर व्यवसायी व सीएसपी संचालक बबलू कुमार से बाइक सवार बदमाशों ने 4.75 लाख रुपये लूट ली। यह घटना बुधवार की रात लगभग आठ बजे की है। बताया जाता है कि व्यवसायी रात में दुकान बंद कर अपने घर दुबहा बाइक से लौट रहे थे। इसी क्रम में मोटरसाइकिल सवार तीन अपराधियों ने आगे से उनकी बाइक रोक दी। फिर कनपट्टी पर पिस्तौल भिड़ाकर रुपये से भरा बैग छीन लिया। हल्ला करने पर जान से मारने की धमकी देकर पिस्तौल लहराते हुए भाग निकले। अपराधियों के जाने के बाद व्यवसायी ने शोर मचाया जिससे लोग वहां जुट गए। लोगों ने घटना की सूचना सकरा पुलिस को दी। पुलिस घटनास्थल पर पहुंच कर मामले की जांच कर रही है। प्रारंभिक जांच में पता लगा कि अपराधियों ने रेकी करने के बाद घटना को अंजाम दिया। व्यवसायी के दुकान से घर जाने का समय पहले से पता कर रखा था। घटनास्थल पर काफी सन्नाटा रहता है जिसका फायदा अपराधियों ने उठाया। थानाध्यक्ष सरोज कुमार ने बताया कि घटना की सूचना मिली है। मामले की जांच की जा रही है।  

जमीन बेचकर हिस्सेदारी देने का झांसा देकर छह लाख का गबन

मुजफ्फरपुर : जमीन बेचकर हिस्सेदारी देने का झांसा देकर छह लाख रुपये गबन करने का मामला सामने आया है। मामले में नगर थाना क्षेत्र के छाता बाजार गरीब स्थान रोड के दुकानदार विश्वदीप कुमार ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। इसमें माड़ीपुर के मो. मुमताज को आरोपित किया है। पुलिस को दिए आवेदन में कहा कि मई महीने में आरोपित उनके दुकान पर आया। कहा कि जमीन पर मकान के साथ एग्रीमेंट कराना है। मगर रुपये की कमी है। उसने 20 लाख रुपये की जरूरत बताई। इसके बाद छह लाख रुपये बकाया के तौर पर लिया। कहा कि इससे अच्छी आमदनी होगी। इसमें उनकी भी हिस्सेदारी मिलेगी। इसके बाद उसके विश्वास में आकर जून महीने में छह लाख रुपये दिया। वादे के अनुसार वह रुपये देने में मुकर गया। इसके बाद पैसा वापस करने के लिए दबाव बनाया तो छह लाख का चेक दिया। बैंक से चेक बाउंस हो गया।

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