आशा की हड़ताल से नियमित टीकाकरण बाधित, बच्चों के लिए बढ़ा खतरा
4428 चयनित स्थलों पर एक माह से बाधित हो रहा टीकाकरण। 13 हजार के करीब नौनिहाल नियमित टीकाकरण से वंचित।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। जिले में आशा की हड़ताल से नौनिहालों की जान खतरे में है। इनमें कई खतरनाक बीमारियों के होने की आशंका बढ़ रही। इन बच्चों की संख्या करीब 13 हजार के करीब है। अभी का हाल यह है कि हड़ताल के कारण 4428 चयनित स्थलों पर बच्चों का नियमित टीकाकरण नहीं हो पा रहा। इधर, हड़ताल खत्म कराने की दिशा में स्वास्थ्य विभाग की ओर से अब तक कोई पहल भी नहीं दिख रही। विभाग की निष्क्रियता तब दिख रही, जब आशा इस महीने के पहले सप्ताह से ही हड़ताल पर हैं।
इन बीमारियों का खतरा
शून्य से एक साल के बच्चे को चेचक, हेपेटाइटिस, पोलियो, गलाघोंटू, कुकुरखांसी, टिटनस, निमोनिया, हीब, टीबी, डिप्थीरिया, जेई आदि का टीका दिया जाता है। इसके लिए बुधवार और शुक्रवार का दिन निर्धारित है। लेकिन, करीब एक माह होने को है, 3885 आशा हड़ताल पर हैं। इससे बच्चों को टीका नहीं दिया जा रहा।
यह है लक्ष्य
प्रखंड चयनित स्थल संख्या
औराई 272 751
बंदरा 125 346
बोचहां 234 596
गायघाट 228 656
कांटी 222 688
कटरा 212 618
कुढऩी 394 1113
मड़वन 168 401
मीनापुर 342 837
मोतीपुर 366 988
मुरौल 117 241
मुशहरी 306 241
पारू 328 887
साहेबगंज 259 591
सकरा 299 784
सरैया 253 804
नगर निगम 303 987
सिविल सर्जन डॉ. शिवचंद्र भगत ने बताया कि आशा की हड़ताल की जानकारी वरीय अधिकारियों को दी गई है। हड़ताल का असर अभियान पर पड़ रहा। कोशिश हो रही कि चयनित स्थलों पर एएनएम व स्थानीय सामाजिक कार्यकर्ताओं की मदद से टीकाकरण अभियान चलता रहे।