बागमती का जलस्तर बढ़ा, कई स्थानों पर सड़क संपर्क भंग

बागमती के जलस्तर में रविवार को वृद्धि जारी रही।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 21 Jun 2021 01:50 AM (IST) Updated:Mon, 21 Jun 2021 01:50 AM (IST)
बागमती का जलस्तर बढ़ा, कई स्थानों पर सड़क संपर्क भंग
बागमती का जलस्तर बढ़ा, कई स्थानों पर सड़क संपर्क भंग

मुजफ्फरपुर : बागमती के जलस्तर में रविवार को वृद्धि जारी रही। जलस्तर बढ़ने से कई क्षेत्रों में पानी प्रवेश कर गया जिससे आवागमन की समस्या उत्पन्न हो गई। जल का प्रवाह निचले सतह की ओर तेजी से बहने लगा है। इस कारण कटरा प्रखंड के बर्री-तेहवारा के बीच सड़क सम्पर्क भंग हो गया है। तेहवारा से प्रखंड मुख्यालय आने के लिए बेनीबाद-जारंग मार्ग से गुजरना पड़ता है। लोगों को 10 किमी की दूरी की बजाए 30 किमी की दूरी तय करनी पड़ रही है। शहनौली-चंगेल के बीच स्थित लिलजा नदी में पानी आ जाने से चंगेल जाने वालों की परेशानी बढ़ गई है। इस नदी पर ग्रामीणों के सहयोग से चचरी निर्माण कर आवागमन चालू किया गया था, लेकिन चचरी पुरानी हो जाने से जर्जर हो गई जिससे नदी में गिरने का खतरा उत्पन्न हो गया है। लिहाजा लोग वाया पहसौल 20 किमी दूरी तय कर आते- जाते हैं। यजुआर पश्चिम में स्थित कोयलामन नदी में भी पानी भर गया है जिससे आवागमन की परेशानी बढ़ गई है। इस नदी पर पुल के लिए कई बार प्रयास किया गया, लेकिन समस्या यथावत बनी रही। मुखिया भोगेंद्र सहनी बताते हैं कि बाढ़ आ जाने पर पंचायत के कई गांव अलग-थलग पड़ जाते हैं। बाढ़ पीड़ितों तक सहायता सामग्री पहुंचाना भी कठिन हो जाता है। जलस्तर बढ़ने पर कटाई, उफरौली, झौवा आदि गांवों में जलप्लावन की स्थिति उत्पन्न हो जाती है।

बांध के अंदर बसे शिवदासपुर पंचायत का बसंत गांव तीन तरफ पानी से घिर गया है। यहां लगभग 150 परिवार मवेशियों के साथ बांध के अंदर रहते हैं। जलस्तर बढ़ने पर बागमती बांध पर ही आशियाना बनाकर गुजर-बसर करते हैं। बसंत बाढ़ में टापू में परिणत हो जाता है। गंगेया और माधोपुर गांव के नदी किनारे होने से बाढ़ का खतरा हमेशा बना रहता है। वर्तमान में ये गांव चारों तरफ जल से घिर गए हैं। इसी तरह भवानीपुर और चंदौली गांव नदी के मुहाने पर होने से बाढ़ का कहर झेलने को मजबूर है। इनकी सुरक्षा का अबतक कोई प्रबंध नहीं किया गया है।

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