राजद का सीएम नीतीश कुमार पर हमला, अब ब्लैक फंगस के गरीब मरीज को मरने पर मजबूर कर रही सरकार
एसकेएमसीएच से ब्लैक फंगस की दवा वापस पटना मंगाने पर राजद विधायक निरंजन राय ने दी धमकी अविलंब नहीं हुई व्यवस्था को होगा आंदोलन। आरोप लगाया कि वीआइपी मरीज का इलाज चल रहा इसलिए उनको दवा चाहिए लेकिन एसकेएमसीएच में जो गरीब मरीज हैं उनको भगवान भरोसे छोड़ दिया गया।
मुजफ्फरपुर, जासं। राजद विधायक निरंजन राय ने एसकेएमसीएच से ब्लैक फंगस के इलाज के लिए एम्फोटेरिसीन बी दवा को पटना वापस मंगाने पर आक्रोश जताया है। कहा कि पहले कोरोना मरीजों को भगवान भरोसे छोड दिया गया। अब ब्लैक फंगस के मरीज को मरने पर मजबूर कर रही है सरकार। विधायक ने आरोप लगाया कि पटना में वीआइपी मरीज का इलाज चल रहा, इसलिए उनको दवा चाहिए लेकिन एसकेएमसीएच में जो गरीब मरीज हैं, उनको भगवान भरोसे छोड़ दिया गया। यह स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की घोर लापरवाही है। अगर दवा के अभाव में मरीज की मौत होगी तो वह मानवाधिकार के साथ सड़क से सदन तक आंदोलन करेंगे। जनता को लेकर घेराव किया जाएगा। कहा कि उनके पास जो जानकारी मिल रही उसके हिसाब से ब्लैक फंगस के एक मरीज को क्योर होने के लिए 100 से 125 सौ वायल दवा की जरूरत है। इसलिए सरकार एसकेएमसीएच में अविलंब दो हजार वायल दवा भेजे ताकि यहां पर इलाज नहीं रोका जा सके। उन्होंने एसकेएमसीएच के चिकित्सकों को बधाई दी कि वे मेहनत कर मरीज का इलाज व सफल आपरेशन कर रहे हैं। लेकिन विभाग के अधिकारी दवा तक उपलब्ध नहीं करा पा रहे हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से ब्लैक फंगस की दवा मंगाने वाले अधिकारी की पहचान कर उनके उपर विभागीय कार्रवाई करने की मांग की।
बाढ़ पूर्व तटबंधों की मरम्मत अधूरी, काम छोड़ संवेदक फरार
मुशहरी (मुजफ्फरपुर), संस : मुशहरी अंचल के सिकंदरपुर से लेकर दरधा तक बूढ़ी गंडक का तटबंध दर्जनों स्थान पर क्षतिग्रस्त है। बाढ़ पूर्व इसकी मरम्मत होनी थी, लेकिन संवेदक आधा-अधूरा काम छोड़ फरार हो गया। ग्रामीणों ने कहा कि यदि बाढ़ पूर्व मरम्मत नहीं हुई और जलस्तर बढ़ा तो बाढ़ आने पर जानमाल की व्यापक क्षति से इनकार नहीं किया जा सकता। सिकंदरपुर से लेकर चंदवारा, कन्हौली विष्णुदत्त, कोठियां, राजबाड़ा, बुधनगरा,डुमरी, नरौली, बिंदा ,सलहा ,बैकटपुर एवं दरधा तक तटबंध काफी जर्जर हालत में है। धर, भारी बारिश से तटबंध में दर्जनों स्थान पर रेनकट बन गया है। बिंदा में कई जगह बांध में छेद हो चुका है। वहीं, अतिक्रमण के कारण मोटरसाइकिल, साइकिल सहित पैदल भी चलना मुश्किल है। इजबकि चार वर्ष पूर्व इस तटबंध पर पक्की सड़क का निर्माण सिकंदरपुर से लेकर बलुआ तक होना था। इस कार्य का टेंडर भी हुआ। सड़क निर्माण शुरू भी हुआ, लेकिन निर्माण सिर्फ अखाड़ाघाट से चंदवारा तक ही हुआ। इसके निर्माण से तटबंध मजबूत भी होता एवं शहर जाने का वैकल्पिक मार्ग भी उपलब्ध होता। पिछले दिनों विधायकों की वर्चुअल बैठक में विधायक मुसाफिर पासवान ने तटबंध मरम्मत व दो दर्जन ग्रामीण सड़कों को मरम्मत व निर्माण हेतु आरडब्ल्यूूडी को लिखा भी था, लेकिन अबतक इस दिशा में कोई प्रगति नहीं हुई। इस संबंध में कार्यपालक अभियंता विमल कुमार नीरज ने बताया कि उन्होंने आज पदाधिकारियों के साथ तटबंध का निरीक्षण किया है। मौसम सही रहा तो अगले सप्ताह तक तटबंधों की मरम्मत करा ली जाएगी।