उत्तर बिहार की नदियों में उफान, शिवहर में बेलवा घाट तटबंध में रिसाव
पश्चिम चंपारण मेें गंडक और बरसाती नदियां एक बार फिर कहर बरपा रही हैं। अलग-अलग प्रखंडों में करीब 100 गांव पहाड़ी नदियों की चपेट में आए हैं। पूर्वी चंपारण में पंडई सिकरहना लालबकेया का कहर भी टूटा है। कई इलाकों में फिर पानी भरने लगा है।
मुजफ्फरपुर, जासं। पिछले दो दिनों से रुक-रुककर हो रही बारिश से उत्तर बिहार की कई नदियां उफान पर हैं । उनके जलस्तर में वृद्धि दर्ज की गई है । पश्चिम चंपारण मेें गंडक और बरसाती नदियां एक बार फिर कहर बरपा रही हैं। अलग-अलग प्रखंडों में करीब 100 गांव पहाड़ी नदियों की चपेट में आए हैं । पूर्वी चंपारण में पंडई, सिकरहना, लालबकेया का कहर भी टूटा है। कई इलाकों में फिर पानी भरने लगा है। हरसिद्धि में एक ही परिवार के तीन किशोरों की डूबने से मौत हो गई । ये गांव के पास चंवर के पानी में स्नान गए थे । शिवहर में बागमती के जलस्तर में उफान आ गया है । पिपराही प्रखंड के बेलवा घाट में डैम सुरक्षा तटबंध में रिसाव होने लगा है। जल संसाधन विभाग की टीम मजदूरों की मदद से रिसाव को ठीक करने में लगी है । आसपास के लोगों में दहशत है। बेलवा घाट में पहली जुलाई को डैम सुरक्षा तटबंध टूट गया था । इसके चलते शिवहर, पिपराही, पुरनहिया और तरियानी के कई इलाकों में बाढ़ ने कहर बरपाया था । उसी स्थान पर दोबारा तटबंध में रिसाव शुरू हो गया है। मधुबनी मेें धौंस , यमुनी , रातो , कोसी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है ।
कमला खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। बाढ़ का पानी गांवों में फैलने लगा है। नवटोली घाट पर डायवर्सन डूब जाने से आवागमन बाधित है। दरभंगा में कोसी और कमला नदी से कटाव हो रहा है।
मुजफ्फरपुर में गंडक, बूढ़ी गंडक और बागमती का प्रकोप देखा जा रहा है। गायघाट, औराई, कटरा में बागमती का पानी फैल रहा, जबकि बूढ़ी गंडक के जलस्तर मेें आंशिक वृद्धि होने से शहर के निचले इलाकों में पानी का दबाव बढ़ गया है। समस्तीपुर-दरभंगा लाइन पर गंडक का दबाव है, हालांकि ट्रेनों का परिचालन सामान्य रहा।