Corona Effect : बेरोजगारी को देख बदला ख्याल, अब दे रहे दूसरों को रोजगार

Corona Effect इस दौर को भी एक बेहतर अवसर के रूप में लेकर खुद को आर्थिक रूप से मजबूत करते अन्य के लिए भी रोजगार का सृजन कर रहे अवनीश किशोर।

By Ajit KumarEdited By: Publish:Sat, 04 Jul 2020 09:19 AM (IST) Updated:Sat, 04 Jul 2020 09:19 AM (IST)
Corona Effect : बेरोजगारी को देख बदला ख्याल, अब दे रहे दूसरों को रोजगार
Corona Effect : बेरोजगारी को देख बदला ख्याल, अब दे रहे दूसरों को रोजगार

मुजफ्फरपुर, जेएनएन। कोरोना ने आम से लेेकर खास आदमी की दिनचर्या में बदलाव लाया है। इसका असर उद्योग व बाजार पर भी है। कोरोना की आंधी में कितने व्यवसाय को नुकसान हुआ यह सब सामने है। लेकिन कोरोना दौर को भी एक बेहतर अवसर के रूप में लेकर खुद को आर्थिक रूप से मजबूत करते अन्य के लिए भी रोजगार का सृजन कर रहे युवा उद्यमी अवनीश किशोर।

एयरलाइन्स कंपनी की नौकरी छोड़ी

बेला औद्योगिक इलाके में पाइपो प्लास्ट प्राइवेट लिमटेड यूनिट का संचालन कर रहे उद्यमी अवनीश बताते है कि एरोनॉटिक इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी करने के बाद दिल्ली में एक एयरलाइन्स कंपनी में नौकरी कर रहे थे। वहां यह देख रहे थे कि किस तरह से बिहार से युवक वहां पर रहकर नौकरी के भटक रहे। दो साल पहले पिता प्रवीण चन्द्र किशोर ने दिल्ली से वापस बुलाकर अपने साथ फैक्ट्री में सहयोग करने की बात कही। अब वे खुद इस यूनिट को संभाल रहे हैं।

कोराना से लगा सही था फैसला

अचानक कोरोना के कारण जब दिल्ली व अन्य जगह पर तबाही मची। यहां भी फैक्ट्री का क्या होगा, इसकी चिंता सता रही थी। मन में यह विचार आया कि अब अगर मायूस हुए तो सब कुछ तबाह होगा। कोरोना के संग बदलाव को साथ लेकर चलने का संकल्प लिया। उसके बाद सारा काम पटरी पर लौट गया। उत्पादन शुरू हो गया। बाहर से जो आर्डर आ रहे थे, उसकी आपूूर्ति होने लगी। दिल्ली व अन्य प्रदेशों से प्रवासी भागने लगे तो लगा कि पिता के कहने पर जो फैसला लिया वह बेहतर था।

लोगों को रोजगार मिल रहा

अभी एक यूनिट काम कर रहा जहां तकरीबन डेढ़ दर्जन लोगों को रोजगार मिल रहा है। लेकिन बड़ी संख्या में प्रवासी यहा ंपर आ रहे है। उनको यहीं पर काम मिले, इसके लिए दो नई यूनिट लगाने की कवायद शुरू की है।

दोस्तों को भी दे रहे सुझाव

उद्यमी अवनीश कहते हैं कि उनके साथ जो दोस्त पढ़े और बाहर काम कर रहे है, वे भी उनके संपर्क में हैं। ये नई यूनिट लगाने के लिए उनको प्रेरित कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने एमएसएमई सेक्टर के लिए बड़ी घोषणा की है। इससे उद्योग जगत को बल मिला है। बैंक का सहयोग रहा तो पूरे बिहार में रोजगार मजबूत होगा।

इस तरह हो रहा उत्पादन

- प्रतिदिन डेढ़ टन पाइप का हो रहा उत्पादन।

- घर में जलापूर्ति के लिए प्रयोग होने वाली प्लास्टिक पाइप का करते निर्माण।

- डेढ़ इंच से लेकर छह इंच तक की पाइप का चल रहा निर्माण कार्य।

- मुजफ्फरपुर के साथ पूर्वी चंपारण, पश्चिम चंपारण, सीतामढ़ी, दरभंगा, बेगूसराय, समस्तीपुर जिले में मुख्य रूप से कर रहे आपूर्ति।

- अभी तकरीबन डेढ़ दर्जन मजदूरों को मिला रोजगार। आने वाले दिनों में 100 से 150 मजदूरों को देंगे रोजगार।  

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