भगवानपुर ओवरब्रिज सर्विस लेन से हटाया गया अतिक्रमण, अब निर्माण कार्य को पूरा करना संभव

भगवानपुर ओवरब्रिज सर्विस लेन से रविवार को प्रशासन के निर्देश पर अतिक्रमण हटाया गया। अतिक्रमण मुक्त हो जाने के बाद एनएचएआइ की तरफ से निर्माण कार्य की कवायद शुरू कर दी गई है।

By Edited By: Publish:Mon, 13 Jul 2020 01:38 AM (IST) Updated:Mon, 13 Jul 2020 11:41 AM (IST)
भगवानपुर ओवरब्रिज सर्विस लेन से हटाया गया अतिक्रमण,  अब निर्माण कार्य को पूरा करना संभव
भगवानपुर ओवरब्रिज सर्विस लेन से हटाया गया अतिक्रमण, अब निर्माण कार्य को पूरा करना संभव

मुजफ्फरपुर, जेएनएन। भगवानपुर ओवरब्रिज सर्विस लेन से रविवार को प्रशासन के निर्देश पर अतिक्रमण हटाया गया। अतिक्रमण मुक्त हो जाने के बाद एनएचएआइ की तरफ से निर्माण कार्य की कवायद शुरू कर दी गई है। बता दें कि चार दिनों पूर्व डीएम डॉ. चंद्रशेखर सिंह ने भगवानपुर ओवरब्रिज सर्विस लेन का औचक निरीक्षण किया था। जिसमें शीघ्र अतिक्रमण हटाने को लेकर आदेश दिया था। साथ ही जर्जर सड़क की मरम्मत कराने को लेकर एनएचएआइ के पदाधिकारी को फटकार लगाते हुए कड़े निर्देश दिए थे।

प्रशासन व पुलिस की टीम अतिक्रमण हटाई

रविवार को एसडीओ पूर्वी डॉ. कुंदन कुमार के नेतृत्व में प्रशासन व पुलिस की टीम अतिक्रमण हटाई। करीब पांच घंटे तक एसडीओ व क्यूआरटी प्रभारी सुनील कुमार रजक वहां पर डटे रहे। इस दौरान हल्का विरोध की भी कोशिश की गई। लेकिन प्रशासन व पुलिस के सामने किसी की नहीं चली। बुलडोजर से सभी अतिक्रमण को हटा दिया गया। इस दौरान काफी संख्या में पुलिसकर्मी वहां मौजूद थे।

लंबित पड़े निर्माण कार्य को जल्द ही पूरा कर लिया जाएगा

एसडीओ ने कहा कि सर्विस लेन की जद में आए सभी अतिक्रमण को मुक्त करा दिया गया है। अब एनएचएआइ की तरफ से सर्विस लेन के लंबित पड़े निर्माण कार्य को जल्द ही पूरा कर लिया जाएगा।

बांस-बल्ला लगाकर रास्ते को किया बंद

कुढ़नी थाना क्षेत्र की बंगरा बंशीधर पंचायत के वार्ड पाच में बास-बल्ला लगाकर ग्रामीणों का रास्ता बंद कर दिया गया। सूचना मिलते ही थानाध्यक्ष अरविंद प्रसाद दलबल के साथ वहा पहुंचे। ग्रामीण मुन्ना कुमार, संतोष महतो ,शाति देवी,राधा देवी ,रामचंद्र महतो, सूरज कुमार आदि ने थाने में लिखित शिकायत कर रास्ता खोलवाने की माग की थी। ग्रामीणों का आरोप है कि भोला महतो की पत्नी सुशीला देवी ने रास्ते पर बास-बल्ला लगाकर रास्ता को बंद कर दिया है। ग्रामीणों का कहना है कि कई दशक से इस रास्ते का उपयोग आने- जाने के लिए करते आ रहे हैं। थानाध्यक्ष ने बताया कि रास्ता खोले देने की हिदायत दे दी गई है। हालांकि, खबर लिखे जाने तक रास्ता नहीं खुला था।

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