राहत से वंचित बाढ़ पीड़ितों ने दिया धरना

मोतीपुर प्रखंड की हरदी पंचायत के राहत से वंचित बाढ़ पीड़ितों ने अंचल कार्यालय के समक्ष धरना दिया।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 20 Sep 2020 12:52 AM (IST) Updated:Sun, 20 Sep 2020 12:52 AM (IST)
राहत से वंचित बाढ़ पीड़ितों ने दिया धरना
राहत से वंचित बाढ़ पीड़ितों ने दिया धरना

मुजफ्फरपुर : मोतीपुर प्रखंड की हरदी पंचायत के राहत से वंचित बाढ़ पीड़ितों ने अंचल कार्यालय के समक्ष धरना दिया। लोगों ने अंचल कार्यालय का ताला तक नहीं खोलने दिया। धरने को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि स्थानीय प्रशासन ने मुखिया से मिलीभगत कर अनुश्रवण समिति द्वारा बनाई सूची को मानने से इंकार करते हुए मुखिया आलोक कुमार सिंह द्वारा अपने खास लोगों को लाभ पहुंचाने के बनाई सूची को वैद्य कर स्वीकृति के लिए जिला प्रशासन को भेज दिया। कहा कि जबतक वंचित पीड़ितों का नाम सूची में नहीं जोड़ा जाता, आदोलन जारी रहेगा। नेतृत्व कर रहे राकेश कुमार सिंह मंटू ने कहा कि पीड़ितों ने सीओ से लेकर डीएम तक इसकी लिखित शिकायत की, लेकिन अधिकारियों ने इसे ठंडे बस्ते में डाल दिया। आदोलन का समर्थन करते हुए हिंदुस्तान संपूर्ण आजाद पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष संतोष कुमार चौथी ने कहा कि प्रशासन पीड़ितों को राहत नहीं देगा तो वे आंदोलन को और तेज करेंगे। धरने को धर्मेशचंद यादव, देवेंद्र सिंह, नूरजहा, सरिता देवी, मो. शफीक, रामप्रवेश सहनी, मुनील साह, अशोक पाडेय, मो. नौशाद, ममता देवी, रेणु देवी, राहुल तिवारी ने संबोधित किया।

लखनदेई के जलस्तर में वृद्धि, खेतों में फैला पानी

लखनदेई नदी के जलस्तर में शनिवार की सुबह से वृद्धि जारी है। औराई प्रखंड की आलमपुर सिमरी पंचायत के छोटी सिमरी में लखनदेई नदी के टूटे तटबंध के रास्ते सिमरी पुल होकर पानी तेजी से बह रहा है। बता दें कि करीब पाच सौ मीटर में तटबंध टूटा हुआ है जिससे ससौली, सिमरी, रतवारा, रामपुर, महेशस्थान, मेडिडीह, मकसुदपुर, बैगना ,विस्था, संभूता आदि गांवों के चौर में पानी फैल गया। किसान संजीत कुशवाहा, मुरारी यादव ने बताया कि खरीफ फसल तो संपूर्ण नष्ट हो चुकी है, वहीं अब रबी की फसल पर भी संकट उत्पन्न हो गया है। अशोक चौधरी, बाबर अली राइन, दिलीप चौधरी, गजनफर शकील समेत कई किसानो ने सीओ से पहल की माग की है। सीओ ज्ञानानंद ने बताया कि विशनपुर में लखनदेई नदी का बाध बाध दिया है। यहा भी बांध निर्माण को विभाग को लिखा जाएगा।

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