Darbhanga News: आयुर्वेद कालेज सह अस्पताल की मान्यता होगी बहाल, सरकार ने दी एनओसी

Darbhanga News राष्ट्रीय भारतीय चिकित्सा पद्धति आयोग की टीम करेगी निरीक्षण। 60 सीटों पर होगा नामांकन व 60 बेड का किया जाएगा अस्पताल। अगले साल से शुरू होगा सत्र 31 अक्टूबर को निरीक्षण के लिए राशि जमा की जाएगी।

By Dharmendra Kumar SinghEdited By: Publish:Fri, 22 Oct 2021 06:38 PM (IST) Updated:Fri, 22 Oct 2021 06:38 PM (IST)
Darbhanga News: आयुर्वेद कालेज सह अस्पताल की मान्यता होगी बहाल, सरकार ने दी एनओसी
दिल्ली की टीम को निरीक्षण करने की सहमति दे दी। प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

दिनेश राय, दरभंगा। राजकीय रामेश्वरी आयुर्वेद कालेज सह कामेश्वर सिंह अस्पताल की मान्यता फिर बहाल होगी। बिहार सरकार ने राष्ट्रीय भारतीय चिकित्सा पद्धति आयोग (एनसीआईएसएम ) दिल्ली की टीम को निरीक्षण करने की सहमति दे दी है। अब आर्यभटट ज्ञान विश्वविद्यालय पटना को एनओसी के लिए भी प्राचार्य ने पत्र सौप दिया है। यह टीम आयुर्वेद कालेज सह अस्पताल के पठन-पाठन और उपचार के इंफ्रास्ट्रक्चर का जायजा लेगी। इस इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए सरकार ने करीब 200 करोड़ राशि का प्रस्ताव पास कर दी है। एनसीआईएसएम टीम के निरीक्षण रिपोर्ट के बाद इस कालेज में छात्रों का नामांकन शुरू हो जाएगा।

निरीक्षण के लिए 10 लाख राशि आयोग को जमा कराया जाएगा। इसके बाद फिर से कालेज में 60 सीटों पर नामांकन और मरीजों के भी 60 बेड की मान्यता मिल जाएगी। इन नामांकित छात्र-छात्रओं का सत्र 2022-2023 के जुलाई से शुरू हो जाएगा। इसके बाद छात्रों को बैचलर आफ आयुर्वेदिक मेडिसीन एंड सर्जरी (बीएएमएस) की डिग्री मिलना शुरू हो जाएगी। जानकारी के अनुसार, इन छात्र-छात्राओं के पठन-पाठन के लिए इस आयुर्वेद कालेज के छात्रों के फस्ट एंड सेकेंड ईअर के लिए शिक्षकों का पुख्ता इंतजाम है। तत्काल इस कालेज में क्लिनिकल के आठ विभाग ओपीडी के लिए खुल गए है।

इस आयुर्वेद कालेज सह अस्पताल का ओपीडी 15 सितंबर से शुरू है। इसके बाद शेष आधा दर्जन विभाग खुलेंगे। शेष शिक्षकों की बहाली के लिए प्रक्रिया शुरू है। तत्काल आउटसोर्सिंग कर्मियों को लगाया गया है। इसमें 40 कर्मी शामिल है। इन आयुर्वेद कालेज में नामांकन के लिए छात्रों को नीट पास करना जरूरी है। सफल छात्रों को बीसीसीईसी काउंसिङ्क्षलग करेंगी। इसमें सफल छात्रों को नामांकन के लिए क्लिनचीट दे दी जाएगी। बता दें कि करीब 20 साल पहले इस कालेज सह अस्पताल की मान्यता समाप्त हो गई थी। इसका कारण बताया गया कि कई साल पूर्व आयोग के निरीक्षण टीम की नजर में यह कालेज मानक पर नही पाया गया था। इसके बाद इस संस्थान को बंद कर दिया गया था। इसके बाद वर्तमान सरकार ने इस कालेज सह अस्पताल की सेवा जनता के लिए खोल दिया है। इसकी मान्यता फिर से बहाल करने के लिए सरकार ने प्रक्रिया शुरू कर दी है। कालेज के प्राचार्य डा. दिनेश्वर प्रसाद ने बताया कि आयोग की टीम के निरीक्षण के लिए 31 अक्टूबर को राशि जमा कर दी जाएगी। आयोग की टीम के निरीक्षण के बाद इस कालेज सह अस्पताल को मान्यता मिल जाएगी।

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