Phulparas Election 2020: जदयू के गढ़ रहे फुलपरास में इस दफे बगावती तेवर क्या गुल खिलाता है इसपर पार्टियों की नजर
Phulparas Election News 2020 जदयू के लिए यह हमेशा से स्ट्रांगहोल्ड रहा है। इस बार स्थिति बदली है। सीटिंग विधायक गुलजार देवी को पार्टी ने इस दफे बेटिकट कर दिया और उन्होंने बागी बन निर्दलीय के रूप में चुनावी मैदान में हैं। जानिए इस सीट के बारे में सब कुछ...
मधुबनी, जेएनएन। फुलपरास विधानसभा सीट पर जदयू प्रत्याशियो की जीत के लिए मुफीद मानी जाती रही है। जदयू के लिए यह हमेशा से स्ट्रांगहोल्ड रहा है। लेकिन इस बार स्थिति बदली-बदली नजर आ रही है। सीटिंग विधायक गुलजार देवी को पार्टी ने इस दफे बेटिकट कर दिया और उन्होंने बागी बन निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनावी मैदान उतरीं हैं। बता दें कि पहले यहां से उनके पति देवनाथ यादव विधायक चुने जाते रहे हैं। विगत दो चुनावों से जदयू के टिकट पर गुलजार देवी यहां से जीतती रही हैं। इससे पूर्व उनके पति देवनाथ यादव विधायक चुने जाते रहे हैं। इस दफे पार्टी शीला मंडल को अपना उम्मीदवार बनाया है। जबकि महागठबंधन ने कांग्रेस के दिग्गज नेता कृपानाथ पाठक को टिकट देकर चुनाव मैदान में उतारा है। वहीं लोजपा ने भी पूर्व विधान पार्षद प्रो. विनोद कुमार सिंह पर दांव खेला है। कुल 15 उम्मीदवार यहां जीत-हार की कश्मकश में हैं। यहां मतदान की प्रक्रिया समाप्त हो गई है। यहां 57 प्रतिशत लोगों ने अपने मताधिकार का उपयोग किया।
2020 के प्रमुख प्रत्याशी :
शीला मंडल, जदयू
कृपानाथ पाठक, कांग्रेस
विनोद कुमार सिंह, लोजपा
गुलजार देवी, निर्दलीय
2015 के विजेता, उपविजेता और मिले मत :
गुलजार देवी, जदयू : 64368 मत
राम सुंदर, भाजपा : 50953 मत
2010 के विजेता उपविजेता और मिले मत :
गुलजार देवी, जदयू : 36113 मत
विरेंद्र कुमार, राजद : 23769 मत
2005 के विजेता उपविजेता और मिले मत :
देवनाथ यादव, सपा : 29500 मत
भारत भूषण, जदयू : 24522 मत
कुल वोटर : 3.25 लाख
पुरुष वोटर : 1.70 लाख (52.30 प्रतिशत)
महिला वोटर : 1.55 लाख (47.69 प्रतिशत)
ट्रांसजेंडर वोटर : 10 (0.0030 प्रतिशत)
जीत का गणित :
बीते चुनाव में गुलजार देवी राजद-जदयू की प्रत्याशी थींं। जबकि, विरोध में भाजपा थी। पिछले चुनाव में गुलजार देवी ने जीत दर्ज की थी। लेकिन, इस बार जदयू, भाजपा के साथ है। जदयू ने गुलजार देवी को बेटिकट कर दिया है और वे निर्दलीय चुनाव लड़ रहीं हैं। वह जदयू के वोट बैंक में सेंध लगा सकतीं हैं। इधर, लोजपा भी विनोद कुमार सिंह को मैदान में उतारकर एनडीए के वोट बैंक में सेंध लगाने की जुगत में है। महागठबंन अपने आधार वोट बैंक व सवर्ण मतों के आधार पर इस सीट से जीत दर्ज करने की कोशिश में है। कुल मिलाकर कहा जा सकता है कि निवर्तमान विधायक की बगावत ने क्षेत्र के सियासी समीकरण को बदल दिया है।
प्रमुख मुद्दे :
1. डिग्री कॉलेज : क्षेत्र में डिग्री कॉलेज का अभाव है। उच्च शिक्षा प्राप्त करने के इच्छुक छात्र-छात्राओं के लिए यह मुद्दा गरम है।
2. जलजमाव : घोघरडीहा नगर
पंचायत में जलजमाव की समस्या नासूर बन चुकी है।
3. बस स्टैंड : फुलपरास अनुमंडल मुख्यालय में बस स्टैंड का अबतक निर्माण नहींं हो सका है। इससे स्थानीय लेगों, खासकर लंबी दूरी की यात्रा करने वालों को खासी परेशानी का सामन करना पडता है।