Ramadan ki 25 sehri mubarak: यह गरीबों की मदद का महीना, हमदर्दी के साथ हो सलामती की दुआ

Ramadan ki 25 sehri mubarak सब्र का सबूत पेश करते हुए कोरोना वायरस से बचाव को लेकर सरकार के गाइडलाइन का पालन करें और हमदर्दी की मिसाल पेश करते हुए गरीबों-मजबूरों की मदद करें। गाइडलाइन का पालन कर एवं हमदर्दी से ही इस वायरस से राहत मिलेगी।

By Ajit KumarEdited By: Publish:Sat, 08 May 2021 06:25 AM (IST) Updated:Sat, 08 May 2021 06:25 AM (IST)
Ramadan ki 25 sehri mubarak: यह गरीबों की मदद का महीना, हमदर्दी के साथ हो सलामती की दुआ
अल्लाह से पूरे देश एवं देशवासियों की सलामती की दुआ करें। फोटो: जागरण

मुजफ्फरपुर, जासं। इंसानों से हमदर्दी, गरीब-मजबूरों की मदद करना भी इबादत है। इमारते शरिया के जिला नायब सदर अब्दुल मजीद ने कहा कि रमजान का महीना सब्र के साथ गरीबों की मदद का भी महीना है। सब्र का सबूत पेश करते हुए कोरोना वायरस से बचाव को लेकर सरकार के गाइडलाइन का पालन करें और हमदर्दी की मिसाल पेश करते हुए गरीबों-मजबूरों की मदद करें। गाइडलाइन का पालन कर एवं हमदर्दी से ही इस वायरस से राहत मिलेगी। रमजान दुआ कबूल होने का महीना है। अल्लाह से पूरे देश एवं देशवासियों की सलामती की दुआ करें। सरकार ने जिस चीज पर प्रतिबंध लगाया है उसका उल्लंघन नहीं होना चाहिए। कोरोना को लेकर जो महामारी की स्थिति है उस से बचने के लिए पूरे देशवासियों को एक जिम्मेदार नागरिक होने का फर्ज अदा करना है। ऐसे लोगों की मदद करें जो इस वायरस की वजह से बेरोजगार होकर आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं। हो सकता है ऐसे लोग आपके पास नहीं आएं, खुद तलाश कर उनकी मदद करें। 

अलविदा जुमा नहीं पढऩे का मलाल, घर पर अदा की नमाज

जासं, मुजफ्फरपुर : कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव को सामूहिक नमाज पर लगे रोक की वजह से अलविदा जुमा की नमाज से लोग महरुम हुए। लगातार दो वर्ष से इससे महरुम होने का मलाल रोजेदारों को रहा, मगर सरकार के गाइडलाइन का पालन करते हुए घर पर ही परिवार के संग नमाज अदा की। अधिकतर लोगों ने अलविदा जुमा के बदले जोहर की नमाज अदा की। कुछ जगहों पर अलविदा की नमाज अदा की गई। कंपनीबाग, तिलक मैदान, बैंक रोड समेत शहर की अधिकतर मस्जिदों में अलविदा की नमाज अदा नहीं हुई। कंपनीबाग मस्जिद के सचिव जशीम मुजफ्फर, बैंक रोड मस्जिद के सचिव हाजी मजहरुल बारी पप्पू एवं तिलक मैदान मस्जिद के सचिव तैयब आजाद ने कहा कि कोरोना गाइडलाइन का पालन करते हुए मस्जिद में अलविदा जुमा की सामूहिक नमाज अदा नहीं की गई।  

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