गर्दन में भाला घोंपा, मौत होने पर तेज हथियार से काटा था हाथ-पैर

सिकंदरपुर ओपी के बालूघाट में शराब धंधेबाज राकेश की हत्या में गिरफ्तार पार्टनर सुभाष शर्मा को पूछताछ के बाद गुरुवार को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 24 Sep 2021 01:36 AM (IST) Updated:Fri, 24 Sep 2021 01:36 AM (IST)
गर्दन में भाला घोंपा, मौत होने पर तेज हथियार से काटा था हाथ-पैर
गर्दन में भाला घोंपा, मौत होने पर तेज हथियार से काटा था हाथ-पैर

मुजफ्फरपुर : सिकंदरपुर ओपी के बालूघाट में शराब धंधेबाज राकेश की हत्या में गिरफ्तार पार्टनर सुभाष शर्मा को पूछताछ के बाद गुरुवार को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। जेल जाने से पूर्व पुलिस को दिए स्वीकारोक्ति बयान में उसने पूरी घटना की जिम्मेदारी खुद ली है। बताया कि बचपन से ही राकेश से उसकी दोस्ती थी। राकेश शराब का धंधा कर रहा था। वह भी इसमें शामिल था। जनवरी में सिकंदरपुर पुलिस ने शराब के साथ राकेश को पकड़ा। इसके बाद वह जेल गया। जब जेल से निकला तो दिल्ली चला गया। पत्नी राधा देवी से हमेशा उसका झगड़ा होता था। इधर राधा देवी से सुभाष की नजदीकी बढ़ती गई। दोनों एक-दूसरे के साथ जीने-मरने की कसम खा चुके थे। राधा को तीन बच्चे भी हैं। इस बीच सुभाष के कहने पर राधा देवी ने 11 सितंबर को राकेश को दिल्ली से यहां बुलाया। उसी रात राकेश के साथ सुभाष खाया पिया। इसके बाद वह अपने घर चला गया। इधर राकेश ने बालूघाट स्थित किराये के मकान से कुछ सामान हटाकर सिकंदरपुर में पत्नी व बच्चों को शिफ्ट करा दिया। कमरा को पूरी तरह से खाली नहीं किया गया। कहा जा रहा कि कमरे को इसलिए रखा था कि वहां से शराब का धंधा करता रहे। 13 सितंबर को दिया घटना को अंजाम 13 सितंबर को सुभाष ने साजिश को अंजाम देने के लिए पहले नमक, ब्लीचिग पाउडर, फिनाइल आदि सामान को लेकर कमरे में रख दिया। फिर रात में राकेश व सुभाष वहां आए। मीट बनाया और दोनों साथ में खाए पीए। राकेश को अत्यधिक शराब पिला दी। वह बेहोश होकर सो गया। सुभाष ने कमरे का दरवाजा बंद कर राकेश के गर्दन में भाला घोंप दिया। भाला लगने पर उसके गर्दन से खून बहने लगा। वह छटपटाने लगा। सुभाष ने तौलिया से राकेश के गर्दन को दबाकर मार दिया। इसके बाद लोहे की दाब से गर्दन को काट दिया। हाथ व पैर को शरीर से काटकर अलग कर दिया। गर्दन व शरीर के अन्य हिस्से को नमक, ब्लीचिग पाउडर व फिनाइल को रखकर प्लास्टिक के ड्रम में पैक कर दिया। हाथ व पैर के हिस्से को नदी में ले जाकर फेंक दिया। खून से सने कपड़े व बिस्तर को स्कूटी से ले जाकर संगम घाट स्थित नदी किनारे फेंका। कमरे को बंद कर वहां से वह भाग निकला। जब सिकंदरपुर पर राकेश के घर पर गया तो राधा देवी ने पति के बारे में पूछा। तब उसे बताया कि राकेश शराब लाने पश्चिम बंगाल गया है। इस बीच 18 सितंबर की रात बालूघाट स्थित किराये के मकान में विस्फोट की घटना सामने आई। उसने डर से दूसरी जगह शरण ले ली। छानबीन के बाद पुलिस ने कमरे से शव के टुकड़े को बरामद कर पोस्टमार्टम में भेजा। इसके बाद वह पुलिस से बचने के लिए दिल्ली भागने की तैयारी में था। बुधवार को स्थानीय स्टेशन पर राधा के साथ ट्रेन पकड़ने आया। इसकी भनक पुलिस को लग गई। सिकंदरपुर ओपी प्रभारी हरेंद्र कुमार ने दल-बल के साथ छापेमारी कर सुभाष को गिरफ्तार कर लिया। स्वीकारोक्ति बयान में उसने कहा कि इस घटना में किसी और की संलिप्तता नहीं है। पत्नी राधा से चल रही पूछताछ राकेश के भाई दिनेश द्वारा दर्ज कराई गई प्राथमिकी में सुभाष के अलावा राकेश की पत्नी राधा देवी, साढू विकास कुमार व उसकी पत्नी कृष्णा देवी को नामजद किया गया है। इसके मद्देनजर पुलिस ने राकेश की पत्नी राधा देवी को भी हिरासत में लिया था। फिलहाल उससे पूछताछ की जा रही है। उसे जेल भेजने पर अभी निर्णय नहीं हुआ है। फरार चल रहे अन्य दो आरोपितों की तलाश की जा रही है। पुलिस का कहना है कि घटना में प्रयुक्त स्कूटी को भगवानपुर से बरामद किया जा चुका है। संगम घाट के समीप से बिस्तर व खून से सने कपड़े आदि सामान जब्त किए गए हैं।

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