खतरे के निशान को पार कर गई गंडक, बारिश ने तोड़ा रिकार्ड अगले 24 घंटे तक होगी बारिश
मानसून के सक्रिय होने के साथ जमकर बारिश हो रही है।
मुजफ्फरपुर :: मानसून के सक्रिय होने के साथ जमकर बारिश हो रही है। जनवरी से जून तक मानक के हिसाब से 218 एमएम बारिश होनी चाहिए, लेकिन 20 जून तक 485 एमएम बारिश हो चुकी है। डा.राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय के मौसम विभाग के नोडल पदाधिकारी डा.ए सत्तार ने बताया कि एक साल में 1230 एमएम बारिश होनी चाहिए, लेकिन अबतक 485 एमएम बारिश हो चुकी। अगले 24 से 48 घंटे तक अच्छी बारिश की संभावना है। उसके बाद बारिश की रफ्तार कमजोर हो जाएगी। पूर्वी उत्तर प्रदेश के उपर कम दबाव का क्षेत्र बनने के कारण यह हालात है। इस बीच शहर के निचले इलाके सिकंदरपुर, बालूघाट, झीलनगर इलाके में झोपड़ी के पास पानी पहुंच रहा है। अगर यही रफ्तार रही तो एक हजार घर पानी के चपेट में रहेगा।
खतरे के निशान पर जलस्तर, लगातार बढ़ रहा पानी
बारिश के कारण जिले से गुजरने वाली नदियों के जलस्तर में लगातार वृद्धि हो रही है। गंडक नदी रेवा घाट में खतरे के निशान से उपर बह रही है। खतरे का निशान 54.41 मीटर है जबकि जलस्तर 54.67 मीटर पर पहुंच गया है। बूढ़ी गंडक में खतरे का निशान 52.53 मीटर पर है जबकि सिकंदरपुर में जलस्तर 50.60 मीटर पर पहुंच गया है। बागमती का जलस्तर कटौझा में 53.14 मीटर पर है जबकि खतरे का निशान 55.23 पर है। जिला आपदा विभाग के कंसलटेंट मो. शाकिब खान ने बताया कि रविवार को वाल्मीकिनगर बराज से एक लाख 22 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। अगले दिन दो यानी 21 जून को एक लाख क्यूसेक व 22 जून को 93 हजार क्यूसेक पानी छोड़ने का अनुमान है।