मुजफ्फरपुर के मुरौल में बाढ़ पूर्व सर्वेक्षण के आदेश के खिलाफ शिक्षकों का प्रदर्शन
मुरौल प्रखंड के शिक्षकों ने कोरोना संक्रमण के दौर में घर-घर जाकर बाढ़ पूर्व सर्वेक्षण करने के आदेश के खिलाफ अंचल कार्यालय पर प्रदर्शन किया।
मुजफ्फरपुर। मुरौल प्रखंड के शिक्षकों ने कोरोना संक्रमण के दौर में घर-घर जाकर बाढ़ पूर्व सर्वेक्षण करने के आदेश के खिलाफ अंचल कार्यालय पर प्रदर्शन किया। मौके पर परिवर्तनकारी शिक्षक संघ के प्रखंड अध्यक्ष रंजीत कुमार ने कहा कि शिक्षकों को कोरोना काल में घर-घर जाकर सर्वेक्षण करने के लिए कहा जाना उचित नहीं है। सर्वक्षण के लिए जाने पर किस घर में कौन संक्रमित हैं, पता नहीं चलेगा और उनके संपर्क में आने से शिक्षक संक्रमित हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि हम सभी सर्वेक्षण करने को तैयार हैं। हमें 31 मई स्थिति सामान्य होने तक समय दिया जाए। टीईटी शिक्षक संघ के अध्यक्ष विनोद पासवान ने कहा शिक्षकों को बगैर फेस कवर, मास्क सर्वेक्षण के लिए जाने के लिए कहना न्यायसंगत नहीं है। उन्होंने कहा कि जब सीओ को समय विस्तार के लिए आवेदन दिया गया तो आवेदन तक नहीं लिया गया। इसपर सीओ राजीव रंजन ने कहा कि डीएम के आदेश के आलोक में शिक्षकों को बाढ़ पूर्व सर्वेक्षण का आदेश दिया गया है। वे सतर्कता के साथ दूरी बनाकर सर्वेक्षण करें। प्रदर्शन में देवेंद्र राम, विजय पासवान, नीरज कुमार, अनिल कुमार, राकेश कुमार, दीपक कुमार आदि थे। कांटी विधायक ने की क्षतिग्रस्त तटबंधों की मरम्मत की मांग कांटी प्रखंड क्षेत्र के बाढ़ प्रभावित इलाके में बाढ़ की तबाही व जानमाल के बचाव को लेकर विधायक ईसरायल मंसूरी ने क्षतिग्रस्त तटबंधों व तटबंध सड़कों के की मरम्मत की माग जल संसाधन विभाग के मंत्री व अधिकारियों से की है। इसे लेकर विधायक ने वीडियो कॉन्फ्रेसिंग से मिठनसराय टेनी बाध, एसकेएमसीएच से विजयी छपरा-बगाही पथ, विजयी छपरा कुश्ती चौक से जीरोमाइल टेनी बाध, कोल्हुआ बाध की मरम्मत व कोल्हुआ से मिठनसराय माधोपुर सड़क की पक्कीकरण कराने की माग की। उन्होंने कहा कि अगर तटबंधों की मरम्मत नहीं हुई तो हजारों की आबादी को बाढ़ की विभीषिका का सामना करना पड़ सकता है।