प्रो. सुरेंद्र प्रताप सिंह बने LNMU के कुलपति, प्रो. शशिनाथ झा होंगे दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति
लखनऊ विश्वविद्यालय के कुलपति रहे हैं प्रो. सुरेंद्र प्रताप सिंह तीन साल का होगा कार्यकाल। इस बारे में राजभवन की ओर से अधिसूचना जारी कर दी गई है।
दरभंगा, जेएनएन। ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सुरेंद्र प्रताप सिंह होंगे। इस सिलसिले में राजभवन की ओर से अधिसूचना जारी कर दी गई है। प्रो. सुरेंद्र आगामी तीन साल के लिए विश्वविद्यालय के कुलपति पद पर काम करेंगे है। बता दें कि नवनियुक्त कुलपति लखनऊ विश्वविद्यालय के कुलपति रह चुके हैं। इन्होंने गोरखपुर विश्वविद्यालय से मानविकी में स्नातक की उपाधि प्राप्त की और लखनऊ विश्वविद्यालय में प्रवेश लिया। यहां से उन्होंने 1976 में अर्थशास्त्र में स्नातकोत्तर किया।
इसके बाद पीएचडी ग्रामीण विकास पर अर्थशास्त्र में डिग्री हासिल की। उच्च शिक्षा में 40 साल का अनुभव रहा है। लगभग 26 वर्षों तक प्राचार्य का पद संभाला और बाद में स्वायत्त राष्ट्रीय पीजी कॉलेज, लखनऊ में प्रोफेसर बने। साथ ही राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर विभिन्न समितियों के सदस्य, समन्वयक और विशेषज्ञ रह चुके हैं। इन्होंने दो अनुसंधान परियोजनाओं को निष्पादित किया है। इंटरनेशनल और नेशनल जर्नल्स में इनके 33 शोध प्रकाशित किया है और इनके क्रेडिट में 8 पुस्तकें हैं।
प्रो. शशिनाथ बने संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति
अब कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. शशिनाथ झा होंगे। इस सिलसिले में शनिवार को राजभवन की ओर से अधिसूचना जारी की गई है। प्रो. झा संस्कृत विवि के व्याकरण विभाग के पूर्व अध्यक्ष रह चुके हैं। सेवानिवृति के बाद राजभवन की ओर से प्रो. शशिनाथ झा को कुलपति बनाया गया है। बता दें कि संस्कृत विश्वविद्यालय में बीते कई महीनों से स्थाई कुलपति नहीं रहने से शैक्षणिक गतिविधियों सहित अन्य कार्यों में बाधा पहुंच रही थी। प्रभारी कुलपति के भरोसे विवि के कामकाज चल रहे थे। अब प्रो. झा को राजभवन की ओर से कुलपति अगले तीन साल के लिए बनाया गया है।