समस्तीपुर में तालाब से तस्वीर बदलने की तैयारी, मछली पालन के साथ कर सकेंगे बागवानी

मत्स्य पालन के लिए नए तालाब खुदवाने वालों को 50 फीसद अनुदान दिया जाएगा। एक किसान को एक हेक्टेयर में नया तालाब खुदवाने पर तीन लाख रुपये तक अनुदान मिलेगा। नया तालाब खुदाई कराने पर अनुसूचित जाति जनजाति वर्ग के किसानों को 70 फीसद तक अनुदान दिया जाएगा।

By Ajit KumarEdited By: Publish:Mon, 04 Oct 2021 08:30 AM (IST) Updated:Mon, 04 Oct 2021 08:30 AM (IST)
समस्तीपुर में तालाब से तस्वीर बदलने की तैयारी, मछली पालन के साथ कर सकेंगे बागवानी
कृषि विभाग देगा अनुदान, अब तक 180 लोगों ने किए आवेदन। फाइल फोटो

समस्तीपुर, जासं। अब किसान मत्स्य पालन के साथ-साथ बागवानी के सहारे खेती-किसानी की नई तस्वीर गढ़ेंगे। जल जीवन हरियाली अभियान के तहत किसानों की आय दोगुना करने के लिए कृषि विभाग ने पहल की है। अब मत्स्य पालन के लिए नए तालाब खुदवाने वालों को 50 फीसद अनुदान दिया जाएगा। एक किसान को एक हेक्टेयर में नया तालाब खुदवाने पर तीन लाख रुपये तक अनुदान मिलेगा। नया तालाब खुदाई कराने पर अनुसूचित जाति जनजाति वर्ग के किसानों को 70 फीसद तक अनुदान दिया जाएगा। इस योजना का लाभ पाने के लिए अभी तक 180 किसानों ने जिला कृषि विभाग को आवेदन किया है। आवेदन मिलने के बाद विभागीय पदाधिकारी जमीन के रकबा की ऑन द स्पॉट जांच कर रहे है। अभी तक 12 लोगों के जमीन का जांच कार्य पूर्ण होने के साथ ही तालाब खुदवाने की प्रक्रिया तेज हो गई है। इसके साथ ही चयनित किसान को अनुदान भी देने की प्रक्रिया शुरू हो गई। इस योजना के तहत तालाब में मछली पालन के साथ-साथ किसान मेढ़ पर बागवानी भी कर सकते हैं। जिला कृषि पदाधिकारी विकास कुमार ने कहा कि कोई भी किसान योजना का लाभ ले सकते है। सरकार भी मत्स्य पालन को बढ़ावा देने के लिए कई योजनाएं चला रही है। अब इन योजनाओं में एक और केंद्र प्रायोजित योजना को शामिल किया गया है। ताकि मत्स्य पालन की ओर किसानों को बढ़ावा दिया जा सके।

लीज की जमीन पर भी कर सकेंगे तालाब का निर्माण

नई योजना के तहत अति पिछड़े वर्ग के लोगों को तालाब खुदवाने के लिए 90 फीसद तक अनुदान दिया जाएगा। पिछड़े वर्ग के वैसे लोग जिनके पास जमीन नहीं है, वे जमीन लीज पर लेकर तालाब निर्माण करा सकते हैं। इसके लिए जमीन का कम से कम से नौ वर्ष का एग्रीमेंट जरूरी होना करार दिया गया है।

मछली पालन के साथ बागवानी कर योजना का लाभ ले सकते हैं किसान

जिला कृषि पदाधिकारी ने बताया कि अपने एक एकड़ की जमीन में मछली पालन के साथ-साथ तालाब के मेढ़ पर बागवानी की जा सकती है। मेढ़ पर फलदार पौधों में पपीता, केला, आम लगाकर किसान अपनी आय को दोगुनी कर सकते है। इसके अलावा मौसमी सब्जी का भी उत्पादन किया जा सकता है।

इन किसानों को मिला अनुदान का लाभ

जल जीवन हरियाली अभियान अंतर्गत जल संचयन योजना के तहत 12 लाभुकों का चयन हुआ। इसमें आधा दर्जन ने कार्य पूर्ण कर लिया है। जिसे विभागीय स्तर पर अनुदान दी गई है। शेष छह को भुगतान करने की प्रक्रिया चल रही है। इसमें समस्तीपुर प्रखंड के गरूआरा गांव निवासी अंशु कुमार बमबम, दुधपुरा निवासी अर्जुन साह, उजियारपुर प्रखंड के बाजिदपुर गांव निवासी राजमणि वर्मा, भगवानपुर देसुआ के कौशल प्रसाद सिंह, पटोरी प्रखंड के दरबा गांव निवासी सतीश कुमार राय, सरोज कुमार राय शामिल हैं। 

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