Sitamarhi News: नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति को धरातल पर उतारने की तैयारी शुरू

Sitamarhi News बच्चों को ऑनलाइन व डिजिटल शिक्षा के लिए बनेगा डिजिटल इन्फ्रास्ट्रक्चर नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति को लेकर कार्यशाला का आयोजन नई शिक्षा नीति के तहत फाउंडेशन स्टेज पहले तीन साल आंगनबाड़ी व प्राइमरी स्कूलों में प्री स्कूल‍िंग होगी।

By Dharmendra Kumar SinghEdited By: Publish:Wed, 20 Oct 2021 03:16 PM (IST) Updated:Wed, 20 Oct 2021 03:16 PM (IST)
Sitamarhi News: नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति को धरातल पर उतारने की तैयारी शुरू
सीतामढ़ी में नई श‍िक्षा नीत‍ि को लेकर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन । प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

सीतामढ़ी, जासं। नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को जिले में धरातल पर उतारने की तैयारी शुरू हो गई है। इसको लेकर जिला शिक्षा व प्रशिक्षण संस्थान डायट में एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। इसमें सभी बीईओ, बीईपी के सभी संभाग प्रभारी, चयनित स्कूलों के शिक्षक, प्रधानाध्यापक, मास्टर ट्रेनरों समेत यूनिसेफ के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। नई शिक्षा नीतिा 2020 के तहत तीन से 18 आयु वर्ग के बच्चों को शिक्षा का सर्वव्यापीकरण, आंगनबाड़ी व बालवाड़ी का समावेश आदि की जानकारी दी गई। बताया गया कि नई शिक्षा नीति 2020 के तहत बच्चों को ऑनलाइन व डिजिटल शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए डिजिटल इन्फ्रास्ट्रक्चर का निर्माण कराया जाएगा। ऑनलाइन शिक्षक मंच समेत उपकरण की व्यवस्था की जाएगी। इससे पूर्व कार्यक्रम का शुभारंभ यूनिसेफ के राज्य समन्वयक डॉ.आरएस स‍िंंह, डीईओ  सच‍िंंद्र कुमार, एसएसए डीपीओ अमरेंद्र कुमार पाठन ने संयुक्त रूप दीप प्रज्वलित कर किया।

राज्य समन्वयक डॉ. स‍िंंह ने कहा कि बच्चों की गुणवत्तापूर्ण विद्यालयी शिक्षा को सशक्त बनाने के उद्देश्य से नई शिक्षा नीति पर वर्ष 2015 से की काम चल रहा था। 2020 में केंद्रीय कैबिनेट से स्वीकृति मिली। नई शिक्षा नीति के तहत फाउंडेशन स्टेज पहले तीन साल आंगनबाड़ी व प्राइमरी स्कूलों में प्री स्कूङ्क्षलग होगी। अगले दो साल कक्षा एक व कक्षा दो की पढ़ाई होगी। एक्टिविटी आधारित नया पाठ्य्रम तैयार होगा। प्री प्रेटरी स्टेज में कक्षा तीन से पांच तक प्रयोगों के माध्यम से विज्ञान, गणित, आर्टस आदि विषयों की पढ़ाई कराई जाएगी। आठ से 11 वर्ष तक के बच्चे इसमें शामिल होंगे। मिडिल स्टेज में कक्षा छह से आठ तक की पढ़ाई कक्षाओं में विषय आधारित पाठ्यक्रम पढ़ाया जाएगा। कक्षा छह में कौशल विकास के कोर्स भी शुरू होंगे। सेकेंडरी स्टेज कक्षा नौ से 12 तक की पढ़ाई दो चरणों में होगी। इसमें विषयों का गहन अध्ययन कराया जाएगा। इसमें छात्रों को विषय चुनने की आजादी होगी। उन्होंने स्कूली शिक्षा के लिए मानक, स्कूल कॉम्पलेक्स, कलस्टर का निर्धारण आदि की विस्तार से जानकारी दी।

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