अविश्वास प्रस्ताव की कापी लेकर महापौर के घर का चक्कर लगा रहा डाकिया

निबंधित डाक से भेजे गए अविश्वास प्रस्ताव की कापी को लेकर डाकिया पांच दिनों से महापौर सुरेश कुमार के घर का चक्कर लगा रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 19 Oct 2021 02:26 AM (IST) Updated:Tue, 19 Oct 2021 02:26 AM (IST)
अविश्वास प्रस्ताव की कापी लेकर महापौर के घर का चक्कर लगा रहा डाकिया
अविश्वास प्रस्ताव की कापी लेकर महापौर के घर का चक्कर लगा रहा डाकिया

मुजफ्फरपुर : निबंधित डाक से भेजे गए अविश्वास प्रस्ताव की कापी को लेकर डाकिया पांच दिनों से महापौर सुरेश कुमार के घर का चक्कर लगा रहा है। कभी पता गलत है तो कभी घर में ताला लगा है तो कभी कोई लेने वाला नहीं, ऐसी रिपोर्ट डाकिया कर रहा है। निगम के 25 पार्षदों ने महापौर के खिलाफ 11 अक्टूबर को अविश्वास प्रस्ताव लाया था। महापौर के निगम कार्यालय नहीं आने के कारण पार्षदों ने प्रस्ताव की कापी निबंधित डाक से उनके आवास पर भेजी थी। निबंधित डाक को तामिला कराने के लिए डाकिया पांच दिनों से उनके आवास से रोज लौट रहा है। दूसरी ओर महापौर सुरेश कुमार ने अपने आवास पर प्रतिनियुक्त नगर निगम कर्मचारियों से दूरी बना ली है। उनको अपने आवास पर आने से फिलहाल मना कर दिया है। यह शिकायत एक कर्मचारी ने नगर आयुक्त से की है। निगम स्थित कार्यालय में तैनात कर्मचारी को भी अपने घर आने से मना कर दिया है।

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तय समय सीमा समाप्त, महापौर ने नहीं बुलाई बैठक

पार्षदों द्वारा लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के लिए निगम बोर्ड की बैठक बुलाने की तय समय सीमा समाप्त हो गई लेकिन महापौर ने बैठक की तिथि का निर्धारण नहीं किया है। बिहार नगर पालिका अधिनियम के तहत अविश्वास प्रस्ताव आने के सात दिनों के अंदर महापौर को बैठक बुलाना होता है। पार्षदों ने 11 अक्टूबर को प्रस्ताव लाया था, इस हिसाब से सोमवार को सात दिनों की समय सीमा सप्ताह हो गई, लेकिन महापौर द्वारा बैठक नहीं बुलाई गई है। महापौर का कहना है कि उन्हें अभी तक अविश्वास प्रस्ताव से संबंधित कोई पत्र नहीं मिला है और न ही नगर आयुक्त द्वारा उनको पदभार ग्रहण के लिए कोई पत्र दिया गया है। ऐसे में कैसे बैठक बुला सकते हैं। अविश्वास प्रस्ताव लाने वाले पार्षदों का नेतृत्व कर रहे वार्ड 23 के पार्षद राकेश कुमार सिन्हा ने कहा कि महापौर पत्र नहीं मिलने का बहाना नहीं बना सकते हैं। 11 अक्टूबर को ही उनके कार्यालय के कर्मचारी को प्रस्ताव की कापी उपलब्ध करा दी गई थी। इसके अलावा उनके कार्यालय कक्ष के बाहर भी कापी को चस्पा कर दिया गया था। निबंधित डाक से भेजे गए पत्र को भी वह जानबूझ कर नहीं ले रहे। बुधवार को वे तिथि तय कर नगर आयुक्त को बैठक बुलाने के लिए पत्र देंगे।

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पार्षदों की गोलबंदी को दोनों खेमे चल रहे अपनी चाल

अविश्वास प्रस्ताव को लेकर महापौर समर्थक एवं विरोधी खेमे के बीच खींच-तान चल रही है। पर्दे के पीछे दोनों खेमा पार्षदों की गोलबंदी में लगा है। इसके लिए रोजाना बैठकों का दौर चल रहा है। शहर की राजनीति के बड़े खिलाड़ी भी पर्दे के पीछे से अपना मार्गदर्शन दे रहे हैं।

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