Darbhanga news: केवटी में प्रमुख और उपप्रमुख बनाने को लेकर राजनीतिक गतिविधि तेज

Darbhanga newsपराजित हुए मुखिया व सरपंच के खेमों में भी उप मुखिया व उप सरपंच पद को लेकर चल रही कवायद जीते वार्ड सदस्य व पंच की खंगाली जा रही है कुंडली प्रमुख बनने के लिए कम से कम 19 सदस्यों को एकजुट करना होगा।

By Dharmendra Kumar SinghEdited By: Publish:Sun, 05 Dec 2021 05:45 PM (IST) Updated:Sun, 05 Dec 2021 05:45 PM (IST)
Darbhanga news: केवटी में प्रमुख और उपप्रमुख बनाने को लेकर राजनीतिक गतिविधि तेज
दरभंगा के केवटी प्रमुख व उपप्रमुख चुनाव की तैयारी। प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

दरभंगा (केवटी), जासं। प्रमुख व उपप्रमुख बनाने को लेकर प्रखंड में राजनीतिक गतिविधि तेज हो गई है। प्रमुख का पद अनुसूचित जाति जनजाति वर्ग की महिला के लिए आरक्षित है। वहीं उपप्रमुख का पद अनारक्षित अन्य के लिए है। प्रमुख पद के दावेदार महिला पंचायत समिति सदस्या के पति व सगे - संबंधियों ने पंचायत समिति सदस्यों के दरवाजों को खटखटाना शुरू कर दिया है। इनमें सभी सदस्य नए है। बता दें कि इससे पहले प्रखंड प्रमुख पद पर भाजपा के जिला उपाध्यक्ष राजेंद्र चौपाल के पुत्रबधु व बनसारा के पंचायत समिति सदस्य रेखा देवी का कब्जा था । लेकिन इस बार पंचायत चुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ा है।

प्रमुख पद के लिए फिलहाल जिन नए पंचायत समिति सदस्यों का नाम उभर कर सामने आया है , उनमें कई महिला पंसस शामिल हैं। एक सीट के कई दावेदार रहने से यह सीट किसे मिलेगा यह तो आने वाला समय ही बताएगा। उल्लेखनीय है कि प्रमुख बनने के लिए कम से कम 19 सदस्यों को एकजुट करना होगा। इतना ही नहीं कुछ बड़े नेताजी भी पर्दे के पीछे से प्रमुख बनाने के लिए जोड़ - तोड़ की राजनीति कर रहे हैं । सूत्रों की माने तो प्रमुख पद के दावेदार प्रमुख बनने की होड़ में किलाबंदी करने के जुगाड़ में है। लेकिन राजनीति में ऊंट किस करवट बैठता है , यह कहना जल्दबाजी नहीं होगी । इंतजार रणभूमि में योद्धाओं के आने का है। वहीं उपप्रमुख पद के आधा दर्जन से अधिक दावेदारों ने भी ताल ठोक दिया है।

इधर, पंचायत में उप मुखिया व उप सरपंच के चुनाव में भी कम माथाप'ची नहीं है। दूर की सोच रखने वाले इस पद के महत्व को देखते हुए अपने चहेते करीबी लोगों को यह पद देने की तैयारी में हैं। इसके लिए नवनिर्वाचित मुखिया तथा सरपंच के यहां मंथन का दौर चल रहा है। नामों के सुझाव पर गहराई से चर्चा हो रही है। जीते हुए वार्ड सदस्य व पंचों की कुंडली खंगाली जा रही है। चयन में कोई गड़बड़ी न हो ऐसा प्रयास किया जा रहा है। इसके लिए जातीय व राजनीतिक आधार पर समीकरण तैयार किया जा रहा है। इधर हारे हुए मुखिया और सरपंच के खेमों में भी इन दोनों पदों को लेकर माथाप'ची चल रही है। वह इस बहाने अपनी राजनीति दबदबा पंचायतों में कायम रखना चाह रहे हैं । हालांकि क्या होगा यह तो आने वाले समय में ही पता चल पाएगा लेकिन इन पदों के चयन को लेकर प्रखंड के सभी 26 पंचायतों में सरगर्मी तेज हो गई है। हालांकि राज्य निर्वाचन आयोग प्रमुख , उपप्रमुख व उप मुखिया एवं उप सरपंच पद के चुनाव के लिए अभी तिथि निर्धारित नहीं की गई है।

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