दरभंगा में अनाज चोरी मामले के 'किंगपिन' तक नहीं पहुंची पुलिस, चोरों के हौसले बुलंद

डीएम व एसएसपी के संयुक्त आदेश के बाद भी सहायक प्रबंधक आनंद प्रेम पर प्रपत्र क गठित नहीं काफी वर्षों से राज्य खाद्य निगम में जमे एक कर्मी की पर्दे के पीछे से मदद कर रहे समाहरणालय के एक मजबूत कर्मी।

By Dharmendra Kumar SinghEdited By: Publish:Wed, 09 Jun 2021 04:47 PM (IST) Updated:Wed, 09 Jun 2021 04:47 PM (IST)
दरभंगा में अनाज चोरी मामले के 'किंगपिन' तक नहीं पहुंची पुलिस, चोरों के हौसले बुलंद
दरभंगा में अनाज चोरी के मुख्‍य आरोप‍ित को पकड़ने में जुटी पुल‍िस। प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

दरभंगा, जासं। जिले में खाद्यान्न चोरी मामले की गुत्थी सुलझने के बजाए उलझती ही जा रही है। इस खेल के किंगपिन तक पुलिस अबतक नहीं पहुंची है। मुख्य धंधेबाज प्रशासनिक जांच के बाद पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं। हालांकि, जांच जारी है। जिला प्रशासन और पुलिस दोनों ही इसे सुलझाने की जद्दोजहद कर रहे है। गरीबों के निवाले पर डाका डालने वाले गिरोह के सदस्य पहले से काफी एक्टिव हो गए है। जिला प्रशासन की कार्रवाई की जद में वो नहीं आएं, इसकी कवायद तेज कर दी गई है।

सत्ता के गलियारे में रसूख रखने वाले कई सफेदपोश और नौकरशाहों का इनका संरक्षण प्राप्त है। सो, कार्रवाई की रफ्तार भी कछुआ गति से चल रही है। जानकार सूत्र बतातें हैं कि मामले को ऊपर से मैनेज करने का जी-तोड़ प्रयास किया जा रहा है। अधिकारियों पर कथित रुप से दबाव डालने का प्रयास हो रहा है। बाहरी लोगों के अलावा इस खेल में विभाग के कई निम्न स्तर से लेकर ऊपर तक के अधिकारी की संलिप्ता है। जांच होने पर सारी चीजें सामनें होंगी। हालांकि, अधिकारी इससे इंकार करते है। उनकी मानें तो मामले की निष्पक्ष रुप से जांच की जा रही है। जांच में दोषी पाए जाने को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा। कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी। लेकिन, ऐसा होता दिख नहीं रहा है।

हद तो यह हैं कि डीएम व एसएसपी के संयुक्त आदेश के बाद में तीन दिनों के अंदर शिवधारा के तत्कालिन सहायक गोदाम प्रबंधक आनंद प्रेम व सलाउद्दीन पर प्रपत्र क गठित करने का निर्देश दिया गया था। लेकिन, अब तक इसकी जानकारी नहीं हैं कि क्या दोनों सहायक प्रबंधक पर प्रपत्र क गठित किया भी गया की नहीं। इधर, संयुक्त आदेश के एक-दो दिन बाद से ही राज्य खाद्य निगम के जिला प्रबंधक कुछ कारणवश चार दिनों के अवकाश पर चले गए है। उनकी अनुपस्थिति में राज्य खाद्य निगम की देखरेख जिला आपूर्ति पदाधिकारी अजय कुमार कर रहे है।

तीन सहायक गोदाम प्रबंधक से स्पष्टीकरण

राज्य खाद्य निगम के जिला प्रबंधक के छु्ट्टी पर जाने के बाद प्रभार लेते ही आपूर्ति पदाधिकारी के हस्ताक्षर से तत्कालीन सहायक प्रबंधक शिवधारा आनंद प्रेम, सलाउद्दीन व एक अन्य से स्पष्टीकरण पूछा गया है। पत्र में कहा गया हैं कि 6 जून को सहायक समाहर्ता अभिषेक पलासिया सहित अन्य पदाधिकारी व थाना की उपस्थिति में गेहुंमी स्थित एक निजी गोदाम में छापेमारी की गई। वहां से सरकारी अनाज का 330 बोरा बरामद किया गया। उक्त अनाज को शिवधारा गोदाम में जिम्मेनामा पर रखने का निर्देश दिया गया। जिला प्रबंधक द्वारा एजीएम आनंद प्रेम को फोन पर निर्देश दिया गया कि वह अविलंब घटनास्थल पर पहुंचकर जब्त अनाज जिम्मेनामा पर रखने हेतु आवश्यक कार्रवाई करेंगे। लेकिन, फोन पर हुई वार्ता के बाद उन्होंने अपना मोबाइल बंद कर लिया। इसी क्रम में सलाउद्दीन व एक अन्य को फोन किया गया। लेकिन, उनका भी मोबाइल बंद था। इसके कारण अधिकारी को समस्या का सामना करना पड़ा।

राज्य खाद्य निगम में वर्षों से जमे एक कर्मी पर गाज गिरनी तय

बताया जाता हैं कि राज्य खाद्य निगम में कार्यरत एक कर्मी पिछले कई वर्षों से यहां पांव जमाए हुआ हैं। इसको पदाधिकारी से लेकर समाहरणालय में मजबूत पकड़ रखने वाले एक कर्मी का शह प्राप्त है। जिसके बूते यह खेल को पिछले कई दिनों से अंजाम दे रहा हैं। पहुंच इतनी की इसपर कार्रवाई की बात की सुगबुगाहट होते ही इसे बचाने के लिए समाहरणालय के उस कर्मी की भूमिका संदेह के घेरे में आ गई है। दरअसल, पूरे खेल में विभाग के कुछ कर्मियों की संलिप्ता से इंकार भी नहीं किया जा सकता है।

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