मुजफ्फरपुर में सख्ती के बीच शांतिपूर्ण माहौल में पीएचडी एडमिशन टेस्ट संपन्न

बीआरए बिहार विश्वविद्यालय की ओर से बुधवार को सख्ती के बीच पीएचडी एडमिशन टेस्ट-2020 शांतिपूर्ण माहौल में संपन्न हो गया।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 26 Aug 2021 03:08 AM (IST) Updated:Thu, 26 Aug 2021 03:08 AM (IST)
मुजफ्फरपुर में सख्ती के बीच शांतिपूर्ण माहौल में पीएचडी एडमिशन टेस्ट संपन्न
मुजफ्फरपुर में सख्ती के बीच शांतिपूर्ण माहौल में पीएचडी एडमिशन टेस्ट संपन्न

मुजफ्फरपुर। बीआरए बिहार विश्वविद्यालय की ओर से बुधवार को सख्ती के बीच पीएचडी एडमिशन टेस्ट-2020 शांतिपूर्ण माहौल में संपन्न हो गया। विवि परीक्षा भवन, एलएस कालेज, आरबीबीएम कालेज, एलएनटी कालेज, एमडीडीएम कालेज और आरडीएस कालेज समेत सभी छह केंद्रों पर कदाचारमुक्त परीक्षा ली गई। पैट-2020 के नोडल पदाधिकारी प्रो.प्रमोद कुमार ने बताया कि प्रश्नपत्र परीक्षा से ठीक पूर्व ट्रेजरी से सीधे केंद्रों पर पहुंचा। यहां विवि की ओर से नियुक्त आब्जार्वर की मौजूदगी में केंद्राधीक्षकों ने इसे खोलकर परीक्षार्थियों के बीच वितरित कराया। बताया कि केंद्र में प्रवेश से पूर्व सभी परीक्षार्थियों की फेस बायोमीट्रिक से जांच हुई। कदाचार रोकने के लिए परीक्षा केंद्र और इसके आसपास के क्षेत्र में मोबाइल जैमर लगाया गया था। कुलपति प्रो.हनुमान प्रसाद पांडेय ने विवि परीक्षा भवन, एलएस कालेज और आरबीबीएम कालेज केंद्र पर परीक्षा का निरीक्षण किया। प्रतिकुलपति प्रो.रवींद्र कुमार, नोडल पदाधिकारी प्रो.प्रमोद कुमार समेत अन्य उड़नदस्ता के पदाधिकारियों ने सभी केंद्रों पर परीक्षा का जायजा लिया। नोडल पदाधिकारी ने बताया कि किसी भी केंद्र पर कदाचार की कोई शिकायत नहीं मिली है। कापियों की जांच कंप्यूटर के माध्यम से की जानी है ऐसे में 15 दिनों के भीतर इस परीक्षा का परिणाम जारी कर दिया जाएगा। 3186 परीक्षार्थी रहे उपस्थित, 861 अनुपस्थित :

सभी छह केंद्रों को मिलाकर कुल 3186 परीक्षार्थी परीक्षा में उपस्थित हुए। जबकि, 861 परीक्षार्थी अनुपस्थित रहे। विवि की ओर से कुल 26 विषयों को मिलाकर कुल 1414 सीटों पर पीएचडी के लिए इस परीक्षा का आयोजन किया गया। इसमें 4047 परीक्षार्थियों को शामिल होना था। जबकि चार सौ अभ्यर्थी नेट उत्तीर्ण थे। उन्हें परीक्षा से दूर रखा गया है।

कंप्यूटर और शोध से पूछे गए थे सवाल : दोनों पेपर में 50-50 प्रश्न पूछे गए थे। सभी प्रश्न वस्तुनिष्ठ थे और प्रत्येक के लिए दो अंक निर्धारित थे। दोनों पेपर के लिए डेढ़-डेढ़ घंटे का समय निर्धारित था। इसके अतिरिक्त 15 मिनट समय प्रश्न समझने के लिए दिया गया था। परीक्षार्थियों ने बताया कि जनरल स्टडीज में शोध और कंप्यूटर से सवाल पूछे गए थे। संविधान और तकनीकी शिक्षा से भी सवाल थे। अंग्रेजी और गणित से सवाल नहीं थे। दूसरे पेपर में पीजी स्तर के सामान्य सवाल ही पूछे गए थे। परीक्षार्थी श्रीनिवास ने बताया कि तैयारी के अनुरूप ही सवाल पूछे गए थे। करीब 90 फीसद सवालों का उत्तर देने में वे सफल रहे। विवि परीक्षा भवन से निकले रमेश श्रीवास्तव, गौरी शर्मा, पीयूष अग्रवाल आदि ने बताया कि शोध और कुछ तकनीकी सवालों को छोड़कर अन्य प्रश्न आसान थे। कई परीक्षार्थियों के क्रमांक में एक ही संख्या थी दर्ज विवि की ओर से पैट को लेकर जारी किए गए एडमिट कार्ड में कई विद्यार्थियों ने गड़बड़ी की शिकायत की। एलएस कालेज केंद्र पर चार-पांच विद्यार्थी ऐसे थे जिनके एडमिट कार्ड में एक ही क्रमांक दर्ज थे। इसको लेकर केंद्राधीक्षक परेशान थे। विवि से पहुंचे नोडल पदाधिकारी प्रो.प्रमोद कुमार पहुंचे। उन्हें इस समस्या से अवगत कराया गया। नोडल पदाधिकारी ने उनके एडमिट कार्ड पर क्रमांक के आगे लेटर जोड़ने को कहा। इसके बाद मामला सुलझा। वहीं कई विद्यार्थी बिना आवंटन के ही केंद्र पर आ गए थे। केंद्र पर उनकी सूचना नहीं थी, जबकि एडमिट कार्ड पर केंद्र का नाम दर्ज था। ऐसे में विवि को सूचना देकर उन्हें परीक्षा में शामिल कराया गया। वहीं इस परीक्षा को लेकर कई जिले से छात्राएं बहुला व्रत कर निर्जला उपवास कर पहुंचीं थीं। एक परीक्षार्थी की तबीयत भी इस क्रम में बिगड़ गई थी।

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