दरभंगा के स‍िंहवाड़ा में बि‍ना सड़क बनाए ही करा ल‍िया भुगतान, गड़बड़ी की जांच शुरू

वार्ड एक में पहुंची जांच टीम ने देखा कि नल जल योजना के लिए बनाए गए वाटर टैंक पोस्ट का फर्श धंसा हुआ है। जब के वार्ड तीन में स्टेबलाइजर की समस्या पर अधिकारियों ने वार्ड क्रियान्वयन एवं प्रबंधन समिति को फटकार लगाई।

By Dharmendra Kumar SinghEdited By: Publish:Sun, 25 Jul 2021 05:47 PM (IST) Updated:Sun, 25 Jul 2021 05:47 PM (IST)
दरभंगा के स‍िंहवाड़ा में बि‍ना सड़क बनाए ही करा ल‍िया भुगतान, गड़बड़ी की जांच शुरू
स‍िंहवाड़ा में बि‍ना सड़क भुगतान मामले की चल रही जांच। प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

दरभंगा, जासं। प्रखंड की अस्थुआ पंचायत में सात निश्चय सहित अन्य योजनाओं के भौतिक सत्यापन के लिए पहुंचे बीडीओ राजीव रंजन कुमार ने नल-जल योजना, गली नाली योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना, लोहिया स्वच्छ बिहार अभियान आदि का निरीक्षण किया। बीडीओ एवं जांच टीम के आने की आहट से अधिकांश वार्डों में नल से जल निकलने लगा। वार्ड एक में पहुंची जांच टीम ने देखा कि नल जल योजना के लिए बनाए गए वाटर टैंक पोस्ट का फर्श धंसा हुआ है। जब के वार्ड तीन में स्टेबलाइजर की समस्या पर अधिकारियों ने वार्ड क्रियान्वयन एवं प्रबंधन समिति को फटकार लगाई।

वार्ड पांच में वाटर टैंक पोस्ट से गंदा पानी की आपूर्ति होने पर अधिकारियों ने नाराजगी जाहिर की। वहीं वार्ड छह में कई जगहों पर टोंटी नहीं लगे होना एवं लीकेज की समस्या से ग्रामीणों ने अधिकारियों को अवगत कराया। इस दौरान वार्ड पांच की कई महिलाओं ने पुराने खरंजा को उखाड़कर पटंजा कर दिए जाने की शिकायत अधिकारियों से की। जांच के क्रम में सभी संबंधित सरकारी कर्मियों, मुखिया व वार्ड सदस्य को आवश्यक दिशा निर्देश के साथ अन्य योजना की पूर्णता से संबंधित महत्वपूर्ण निर्देश दिए गए।

बिना सड़क बनाए करा लिया भुगतान, पूर्व में बीडीओ ने दिया था प्राथमिकी दर्ज करने का आदेशअस्थुआ पंचायत में पूर्व में दो योजनाओं की जांच हुई थी। जांच के बाद तत्कालीन बीडीओ शशि प्रकाश ने पंचायत के मुखिया लालबाबू यादव, पंचायत सचिव सुरेश यादव व जेई विष्णुदेव राम के विरुद्ध सरकारी राशि के गबन एवं फर्जी दस्तावेज के निर्माण के आरोप में प्राथमिकी दर्ज करने का आदेश दिया था। हालांकि किसी कारणवश प्राथमिकी दर्ज नही सकी थी। शनिवार को निरीक्षण में गए बीडीओ ने उन दोनों योजनाओं की जांच रिपोर्ट प्रखंड पंचायत राज पदाधिकारी को समर्पित करने का निर्देश दिया है। बताया जाता है कि तत्कालीन बीडीओ ने 14 वीं एंव पंचम वित्त से चल रही योजनाओं का निरीक्षण किया था। जिसके उपरांत उन्होंने प्राथमिकी दर्ज करने का आदेश दिया था। जिसमें कहा गया था कि् 14वीं वित्त से ली गई योजना संख्या संख्या तीन वर्ष 2018-19 जिसकी प्राक्कलित राशि 63 हजार सात सौ है।

पंचायत के मुखिया व पंचायत सचिव के द्वारा योजना के नाम पर फर्जी दस्तावेज बनाकर 58 हजार एक सौ उनचास राशि की निकासी कर ली गई है। जबकि स्थल पर कोई कार्य नहीं किया गया है। यह मामला फर्जी दस्तावेज के आधार पर सरकारी राशि के गबन का बनता है। इसमें कनीय अभियंता की संलिप्तता स्पष्ट है। इसी प्रकार 14वीं वित्त की योजना संख्या दो वर्ष 2020-21 जो वार्ड नौ में बाढ़ से क्षतिग्रस्त सड़क साहू जी के गाछी के निकट, वार्ड आठ में सितुआही पुल के निकट सड़क मरम्मत कार्य। जिसको प्राक्कलित राशि तीन लाख 63 हजार चार सौ है। इसमें भी स्थल पर कार्य नही किया गया है। जबकि राशि की निकासी कर ली गई है। इसी प्रकार अस्थुआ में पंचम वित्त से सिकंदर के घर से नेहरू चौक तक एंव सुबोध साह के घर से विनोद दास के घर तक मिटटी खरंजा व पीसीसी कार्य योजना संख्या तीन वर्ष 2020-21 जिसकी प्राक्कलित राशि सात लाख 76 हजार है। इसमें पूर्व के खड़ंजा को उखाड़कर पटंजा कर दिया गया है।

इस योजना में दो लाख 51 हजार की राशि निकासी कर ली गई है।पूर्व बीडीओ के द्वारा योजनाओं में अनियमितता पाए जाने के बाद प्राथमिकी का आदेश दिए जाने के बावजूद कार्रवाई नही होने के संबंध में पूछे जाने पर बीडीओ राजीव रंजन कुमार ने बताया कि पंचायत की दो योजनाओं में गड़बड़ी पाते हुए पूर्व में प्राथमिकी दर्ज करने का आदेश था। उन सभी योजनाओं की गहनता से जांच पड़ताल कर इस संदर्भ में प्रखंड पंचायत राज पदाधिकारी को जांच प्रतिवेदन समर्पित करने का निर्देश दिया गया है। उन्होंने बताया कि एक जांच टीम के माध्यम से पंचायत की सात निश्चय योजना का अगले तीन दिनों में घर-घर जाकर जांच कर जांच रिपोर्ट प्रखंड कार्यालय में जमा करने का निर्देश दिया गया है। जांच रिपोर्ट के आलोक में अग्रेतर कार्रवाई की जाएगी।

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