सदर अस्पताल में डाटा इंड्री बंद होने से मरीज हुए परेशान, इलाज प्रभावित

सदर अस्पताल में आउटडोर शुरू होने के साथ ही आउटसोर्सिंग पर काम करने वाले डाटा आपरेटरों ने काम बंद कर दिया। इसके कारण 11 बजे से लेकर 1 बजे तक मरीजों को परेशानी हुई।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 29 Sep 2020 01:46 AM (IST) Updated:Tue, 29 Sep 2020 01:46 AM (IST)
सदर अस्पताल में डाटा इंड्री बंद होने से मरीज हुए परेशान, इलाज प्रभावित
सदर अस्पताल में डाटा इंड्री बंद होने से मरीज हुए परेशान, इलाज प्रभावित

मुजफ्फरपुर :: सदर अस्पताल में आउटडोर शुरू होने के साथ ही आउटसोर्सिंग पर काम करने वाले डाटा आपरेटरों ने काम बंद कर दिया। इसके कारण 11 बजे से लेकर 1 बजे तक मरीजों को परेशानी हुई। चिकित्सक यदि एक्स रे व अन्य जांच लिख रहे थे वह इंट्री नहीं होने के कारण मरीज इधर से उधर भटकते रहे। कांटी से आए मनोज कुमार ने बताया कि हडडी के वरीय चिकित्सक डा.ज्ञानेन्दु शेखर ने एक्स रे कराने का सुझाव दिया लेकिन वह इधर से इधर घूमते रहे। इस बीच संविदा पर बहाल डाटा ऑपरेटर सिविल सर्जन से मिलकर अपनी समस्या रखी। नई आउडसोर्सिंग के जिला समन्वयक का सीएस कार्यालय के पास घेराव कर विरोध जताया। डाटा ऑपरेटर मुकेश ने आरोप लगाया कि पांच साल से लगातार काम कर रहे है। सरकारी सारे पत्र को लिखने सहित अन्य काम का अनुभव है। कोरोना के समय में बिना अवकाश के सभी डाटा आपरेटर काम किए लेकिन अब उनकेा अचानक हटाया जा रहा है।

सिविल सर्जन करेंगे समीक्षा उसके बाद निर्णय

सिविल सर्जन डा.एसपी सिंह ने कहा कि पहले वाली एजेंसी हो राज्य स्वास्थ्य समिति ने हटाकर नई एजेंसी को मानव बल देने की जवाबदेही दी है। लेकिन उनके पास इसका पत्र नहीं आया है। जिला स्वास्थ्य प्रबंधक को आदेश दिया गया है कि वह पुराने आउटसोर्सिंग एजेंसी व नई एजेंसी को राज्य स्वास्थ्य समिति की ओर से निर्गत पत्र संचिका में लाकर दें। उसके साथ पुराने वाले ऑपरेटर की सूची उपलब्ध कराने को कहा गया है। उसकी समीक्षा के बाद अगला कदम उठाया जाएगा। उन्होंने कहा कि वैसे यह मामला उच्च न्यायालय में है। इसलिए न्यायालय के आदेश का इंजतार करने के बाद ही नया कदम उठाया जाएगा। कुछ भी ऐसा तत्काल नहीं होगा जिससे अचानक स्वास्थ्य विभाग का काम काज प्रभावित हो। सीएस ने कहा कि अभी कोरोना व चुनाव के कारण प्रतिदिन सैकडों पत्र मुख्यालय से आ रहे उसका जवाब देना, मरीजों का डाटा इंट्री करना पड़ रहा है। यह सब को देखते हुए निर्णय हो्गा।

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