गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज बेतिया में मरीजों को नहीं मिल रहा कंबल, वीडियो वायरल
West Champaran इस मामले में जीएमसीएच के अधीक्षक प्रमोद कुमार तिवारी ने बताया कि अस्पताल में कंबल है। अगर मरीज को कंबल नहीं मिला हैं तो व्यवस्थापक दोषी है। बेड शीट की कमी है। इस परेशानी को दूर करने के लिए बैठक किया गया है।
बेतिया, जासं। गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज बेतिया में पूरे जिले से रेफर मरीज का इलाज किया जाता है। ऐसा माना जाता हैं कि जीएमसीएच में बेहतर इलाज के साथ बेहतर व्यवस्था मरीजों को मिलता है। लेकिन, बेहतर व्यवस्था के दावे को तार-तार कर देने वाली एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सड़क दुर्घटना में जख्मी सिसवा बसंतपुर के मुन्ना कुमार को जीएमसीएच में भर्ती कराया गया।
मुन्ना को इमरजेंसी वार्ड में जीएमसीएच के डॉक्टरों के द्वारा बेहतर इलाज के लिए रखा गया। लेकिन, ठंड की बावजूद मरीज को कंबल नहीं मिला। कंबल नहीं मिलने के कारण इमरजेंसी वार्ड में भर्ती मुन्ना को जब रात में ठंड संताने लगी तो खुद ही बगल में पड़े फोम के बेड को उठा कर ओढ़ लिया। जिसके बाद दूसरे मरीज के साथ आए परिजनों को देखा नहीं गया। लोगों ने इसका वीडियो बना डाला। कहा कि जीएमसीएच अस्पताल भवन मात्र दिखावे के लिए है। अस्पताल कर्मियों को बुलाकर पूछने लगे कि मरीज को बेड पर जब चादर नहीं दीजिएगा और नहीं कंबल दीजिएगा तो यहां मरीज कैसे रहेगा। तो स्वास्थ्य कर्मी ने इंचार्ज की व्यवस्था कह अपना पल्ला झाड़ लिया। इस संंबंध में जीएमसीएच के अधीक्षक प्रमोद कुमार तिवारी ने बताया कि बेड शीट की कमी है। इसके लिए बैठक किया गया है। वही दूसरा बैठक भी करने के बाद बेडशीट की खरीदारी होगी। उन्होंने बताया कि अस्पताल में कंबल मौजूद है। अगर मरीज को कंबल नहीं मिला हैं तो इसमें व्यवस्थापक दोषी है। वीडियो की जांच कर दोषी पर कार्रवाई की जाएगी।
कोरोना के नए वैरिएंट से लडऩे के लिए जीएमसीएच तैयार, ऑक्सीजन व बेड की पर्याप्त व्यवस्था
बेतिया। दुनिया में कोरोना के नए वेरिएंट को लेकर जिले में स्वास्थ्य विभाग अलर्ट हो गया है। जिले में कोरोना की तीसरी लहर की संभावना को देखते हुए गवर्नमेंट मेडिकल अस्पताल सहित सभी अनुमंडलीय अस्पताल में फुलप्रूफ तैयारियां कर ली गई है। जीएमसीएच में आम लोगों के आईसीयू व बच्चों के लिए पेड्राडिआट्रिक आईसीयू बेड फंक्शन है। सभी बेडों पर पाइप लाइन से 24 घंटे ऑक्सीजन की सप्लाई की व्यवस्था है। यहां चार ऑक्सीजन प्लांट फंक्शनल है। जबकि, नरकटियागंज बगहा अनुमंडलीय अस्पताल में लगा ऑक्सीजन प्लांट पूरी तरह फंक्शनल है। जीएमसीएच के अधीक्षक डॉ. प्रमोद कुमार तिवारी ने बताया कि ऐसे में कोरोना को लेकर वर्तमान समय में कोई वार्ड या बेड की व्यवस्था नहीं की गई है। लेकिन, अगर कोरोना संक्रमण फैलता है, इसको लेकर पूरी तैयारी है। वे बताते हैं कि जीएमसीएच में ऑक्सीजन से लेकर कोरोना के आवश्यक दवाईयां उपलब्ध है। इसमें रेंडसिविर पूरी मात्रा में उपलब्ध है। वहीं सीएस डॉ. वीरेंद्र कुमार चौधरी कहते हैं कि दूसरी लहर को लेकर अनुमंडलीय अस्पताल में पूर्व में जो बेड बनाए गए थे। उन्हीं को अपडेट किया जाएगा। टेङ्क्षस्टग व ट्रेङ्क्षसग भी कराया जा रहा है। दवा व ऑक्सीजन की पूरी व्यवस्था है।
टीकाकरण को लेकर चल रहा अभियान
ओमिक्रोन वेरिएंट से संक्रमित केस दुनिया में मिलने शुरू हो गए है। इस वेरियंट के बाद जानकार देश में तीसरी लहर की आशंका जाहिर कर रहे हैं। जिसको लेकर स्वास्थ्य विभाग लगातार लोगों से कोरोना का टीका लेने और सावधानी बरतने की अपील कर रही है। वहीं दूसरी ओर लोगों को एक बार फिर से इस बात की ङ्क्षचता संताने लगी है कि कहीं इस बार फिर रोजगार न छिन जाए।
जिले में 28 लाख 8 हजार लोगों को लग चुका है टीका
जिले कोविड-18 संक्रमण से बचाव को लेकर अभिनय चलाकर टीका लगाया जा रहा है। अब तक 28 लाख 8 हजार 994 लोगों को टीका लग चुका है। जिसमें 19 लाख 47 हजार 840 लोगों को प्रथम डोज का टीका लग चुका है। जबकि 8 लाख 61 हजार 154 लोगों को दूसरी डोज लग चुका है।