मुजफ्फरपुर सदर अस्पताल में कराहता रहा मरीज, नहीं आए चिकित्सक, स्वजनों का हंगामा

सदर अस्पताल में कुव्यवस्था हावी मरीजों की शिकायत पर सिविल सर्जन ने मांगी रिपोर्ट। सामान्य वार्ड में भर्ती मरीज की अचानक तबीयत बिगडऩे के बाद मची अफरा-तफरी। रविवार को वार्ड में झांकना तक मुनासिब नहीं समझते चिकित्सक ।

By Ajit KumarEdited By: Publish:Mon, 12 Jul 2021 11:44 AM (IST) Updated:Mon, 12 Jul 2021 11:44 AM (IST)
मुजफ्फरपुर सदर अस्पताल में कराहता रहा मरीज, नहीं आए चिकित्सक, स्वजनों का हंगामा
हल्ला-हंगामा करने के बाद एक चिकित्सक सुबह में आए। फाइल फोटो

मुजफ्फरपुर, जासं। सदर अस्पताल के सामान्य वार्ड में भर्ती मरीज के स्वजनों ने कुव्यवस्था पर जमकर हंगामा किया। वार्ड में अपने स्वजन का इलाज करा रहा मोहन कुमार ने बताया कि चार बजे भोर से लेकर आठ बजे तक मरीज को परेशानी हुई तो कोई देखने वाला नहीं है। मोहन ने आरोप लगाया कि 24 घंटे चिकित्सक रहने का दावा किया जाता है, लेकिन यहां पर हालत बहुत ही खराब है। हल्ला-हंगामा करने के बाद एक चिकित्सक सुबह में आए। इमरजेंसी में आए चिकित्सक ने भी वार्ड में जाकर इलाज करने से मना कर दिया। वार्ड में कोई नर्स भी नहीं थी, जो दर्द से कराह रहा मरीज को दवा देकर राहत पहुंचाती। आरोप लगाया कि दो-तीन दिन पर डाक्टर राउंड में आते हैं। रविवार को तो और खराब हाल रहा। कोई चिकित्सक देखने वाला नहीं। वहीं अपने मरीज का इलाज करा रही मोनी कुमारी ने बताया कि चिकित्सक को खोजते हुए एक गार्ड से मुलाकात हुई तो उसने कहा कि रविवार को कोई चिकित्सक देखने तक नहीं आते हैं। वहां भर्ती मरीजों ने शिकायत की है कि यहां पर जितनी दवा की जरूरत है वह भी नहीं मिल रही है। बाहर से दवा खरीदकर इलाज करा रहे हैं।

 इस संबंध में सिविल सर्जन डा. विनय कुमार शर्मा ने कहा कि सदर अस्पताल में चिकित्सक व कर्मियों का रोस्टर लागू नहीं होना गंभीर अपराध है। मरीजों को जो दवा चाहिए वह अस्पताल में मिले। यह सुनिश्चित किया जाएगा। कितने मरीज, उनका किस तरह से चल रहा इलाज, कौन-कौन भर्ती मरीज को मिल रही दवा आदि पर पूरी रिपोर्ट मांगी गई है। सीएस ने कहा कि जिले के सभी सरकारी अस्पतालों में सातों दिन 24 घंटे इलाज की सुविधा उपलब्ध है। सदर अस्पताल में यदि रविवार को चिकित्सक वार्ड में राउंड नहीं लगाते हैं और मरीज को परेशानी होती है, तो उनकी जिम्मेदारी तय की जाएगी। रिपोर्ट आने पर करवाई होगी।वह खुद दो दिन के अंदर इलाज की समीक्षा करेंगे।  

chat bot
आपका साथी