Darbhanga : नहीं रहे पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम के मित्र डीआरडीओ के पूर्व वैज्ञानिक पद्मश्री मानस बिहारी वर्मा
फाइटर प्लेन तेजस का निर्माण करनेवाली टीम में बतौर प्रोग्राम डायरेक्टर किया था काम मुख्यमंत्री ने जताया शोक कहा- राष्ट्र उनके योगदान को याद रखेगा दरभंगा गांव के बाउर गांव में दी गई अंतिम विदाई हृदय गति रूकने के कारण हुआ निधन सरकारी स्तर पर अर्पित किया गया पुष्प चक्र
दरभंगा, जासं। राष्ट्र सेवा में खुद का जीवन समर्पित करनेवाले देश के प्रसिद्ध वैज्ञानिक पद्मश्री मानस बिहारी वर्मा का निधन सोमवार की देर रात दरभंगा के लहेरियासराय स्थित आवास पर हृदय गति रूक जाने से हो गया। 78 साल की उम्र में उन्होंने अंतिम सांस ली। मृत्यु के वक्त उन्होंने किसी की कोई सहायता भी नहीं ली। अचानक से सीने दर्द हुआ और सांसे थम गईं। वो पूर्व राष्ट्रपति भारत रत्न एपीजे अब्दुल कलाम के मित्र थे। डीआरडीओ में उन्होंने 35 साल तक काम किया। इस दौरान वे फाइटर प्लेन निर्माण तेज का निर्माण करनेवाली टीम के सदस्य भी रहे। इस टीम में उन्होंने बतौर प्रोग्राम डायरेक्टर काम किया।
2005 में सेवानिवृत्त होने के बाद से वे अपने घर दरभंगा रहने लगे थे। 2018 में उन्हें भारत सरकार ने उनकी सेवाओं के लिए पद्मश्री सम्मान से सम्मानित किया था। उनके निधन पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ट्विट कर शोक जताया है। कहा है कि प्रसिद्ध वैज्ञानिक पद्मश्री मानस बिहारी वर्मा जी का निधन अत्यंत दुखद है। उनके निधन से विज्ञान जगत को अपूरणीय क्षति हुई है। राष्ट्र उनके योगदान को हमेशा याद रखेगा।
पैतृक गांव में हुआ अंतिम संस्कार
स्व. वर्मा दरभंगा शहर के लहेरियासराय में अपनी बहन के घर रहते थे। निधन के उपरांत उनका पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव दरभंगा जिले के घनश्यामपुर प्रखंड के बाउर ले जाया गया। जहां उन्हें नम आंखों से गांव-समाज के लोगों ने अंतिम विदाई दी। मौके पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की ओर से जिला प्रशासन के प्रतिनिधि बिरौल के एसडीएम ब्रजकिशोर लाल व पुलिस उपाधीक्षक दिलीप कुमार झा ने उनके पार्थिव शरीर पर पुष्पचक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि दी गई। उनके निधन पर सूबे के जल-संसाधन सह सूचना व जन संपर्क विभाग के मंत्री संजय झा, समाज कल्याण मंत्री मदन सहनी, सांसद गोपालजी ठाकुर, विधायक संजय सरावगी समेत जिले के सभी विधायक व विधान पार्षद ने श्रद्धांजलि दी है।