नहीं पूरा हो सका ओवरब्रिज का सपना, जाम से पुराना नाता अपना

बगहावासियों के लिए नासूर बनती जा रही जाम की समस्या। जवाबदेह करते रहे सिर्फ राजनीति। समस्या से जूझ रहा आवाम।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 29 Nov 2021 05:09 PM (IST) Updated:Mon, 29 Nov 2021 05:19 PM (IST)
नहीं पूरा हो सका ओवरब्रिज का सपना, जाम से पुराना नाता अपना
नहीं पूरा हो सका ओवरब्रिज का सपना, जाम से पुराना नाता अपना

बगहा। हार्ट ऑफ द सिटी कहे जाने वाले बगहा दो स्टेट बैंक चौराहे से आगे बढ़ते ही सड़क के दोनों किनारों पर बेतरतीब रूप से खड़ी बसें रास्ता रोकती हैं। डुमवलिया तक वाहन कच्छप गति से आगे बढ़ते हैं। इस चौराहे से निकलने वाली एक सड़क स्टेशन चौक की ओर जाती है, इस सड़क पर आगे बगहा चीनी मिल अवस्थित है। ऐसे में चीनी मिल के लिए इसी रास्ते से आवागमन होता। बैंक चौराहे से ठीक उत्तर रेलवे गुमटी अवस्थित है। इस गुमटी पर करीब एक दशक से ओवरब्रिज निर्माण की सुगबुगाहट चल रही। लेकिन, ओवरब्रिज आजतक धरातल पर नहीं उतर सका। उल्टे इस मुद्दे को लेकर राजनीति होती रही। लोग आज भी जाम की समस्या से जूझ रहे। एक बार जब रेल गुमटी बंद हो जाती है तो फिर करीब एक घंटे तक दोनेां ओर वाहनों की लंबी कतार लगी रहती। जाम में स्कूल बसें, एंबुलेंस, सरकारी वाहन समेत कामकाजी लोगों के वाहन फंसते रहते हैं। कई बार मरीजों की जान पर बन आती तो बच्चों का स्कूल छूट जाता। लेकिन, लाचारी के इतर कुछ भी हासिल नहीं होता। उल्लेखनीय है कि लंबे समय से जनता के लिए सिरदर्द रहे इस समस्या को दूर करने के लिए आवाज उठाने वाले जन प्रतिनिधि सिर्फ इस मुद्दे पर अपनी राजनीतिक रोटी सेंकते रहे। हालांकि सरकार के द्वारा ओवरब्रिज निर्माण को स्वीकृति तो प्रदान की गई है लेकिन, टेंडर रद हो जाने के कारण अबतक काम सिर्फ कागजों में ही सिमट कर रह गया है। गन्ने के पेराई सत्र में बढ़ जाती है समस्या :-

नवंबर महीने में बगहा चीनी मिल का पेराई सत्र शुरू हो जाता है। पेराई सत्र शुरू होते ही जाम की समस्या बढ़ जाती है। जब कभी चीनी मिल में कोई तकनीकी खराबी आती है, गन्ना लदे वाहन सड़क किनारे खड़े हो जाते। ऐसी स्थिति में आम लोगों को आवागमन में काफी परेशानी होती। बीते करीब एक हफ्ते पूर्व इस तरह की समस्या उत्पन्न हुई तो करीब पांच किलोमीटर लंब जाम लग गया। हालांकि पेराई सत्र के शुरू होने के पूर्व प्रशासनिक स्तर पर सड़क किनारे लगने वाले ठेले खोमचों को हटा कर महज खानापूरी की जाती है।

एसडीएम के आदेश पर दिन में गन्ना लदे वाहनों का प्रवेश वर्जित :-

जाम की समस्या से निपटने के लिए बीते दिनों एसडीएम दीपक कुमार मिश्रा ने गन्ना लदे वाहनों के दिन में शहर में प्रवेश पर रोक लगा दी। सुबह आठ बजे से रात्रि आठ बजे तक गन्ना लदे वाहनों के प्रवेश पर रोक है। इसके बावजूद रेल गुमटी पर प्रतिदिन जाम की समस्या उत्पन्न होती है। ऐसी स्थिति में अधिकारी भी खुद को लाचार पाते हैं।

एसडीएम दीपक कुमार मिश्रा ने कहा कि जाम की समस्या से निपटने के लिए गन्ना लदे वाहनों के दिन में प्रवेश पर रोक लगा दी गई है। सड़क किनारे अतिक्रमण की जानकारी मिली है, जिसे जल्द ही हटाया जाएगा।

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