मुजफ्फरपुर डीएम का आदेश, बच्चों की पढ़ाई की प्रगति का प्रत्येक माह करें मूल्यांकन

डीएम ने चेतावनी दी कि कोई भी शिक्षक विद्यालय अवधि में गैर शिक्षण कार्यों में मोबाइल का प्रयोग नहीं करेंगे। नियमित तौर पर बच्चे के पढ़ाई के प्रगति का मूल्यांकन महीने में एक बार करेंगे इसके साथ अभिभावक-शिक्षक की बैठक में फीडबैक लेकर शैक्षिक व्यवस्था को दुरुस्त करेंगे।

By Ajit KumarEdited By: Publish:Fri, 27 Aug 2021 11:48 AM (IST) Updated:Fri, 27 Aug 2021 11:48 AM (IST)
मुजफ्फरपुर डीएम का आदेश, बच्चों की पढ़ाई की प्रगति का प्रत्येक माह करें मूल्यांकन
स्कूलों में नियमित तौर पर की जाए अभिभावक-शिक्षक की बैठक। फोटो- जागरण

मुजफ्फरपुर, जासं। कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में गुरुवार को डीएम प्रणव कुमार कुमार की अध्यक्षता में शिक्षक विभाग की हुई समीक्षात्मक बैठक में थोड़ी गर्माहट महसूस की गई। इससे शैक्षणिक व्यवस्था अगर 50 फीसद सही हो जाए तो शिक्षा में काफी हद तक सुधार आ जाएगा। डीएम ने चेतावनी दी कि कोई भी शिक्षक विद्यालय अवधि में गैर शिक्षण कार्यों में मोबाइल का प्रयोग नहीं करेंगे। नियमित तौर पर बच्चे के पढ़ाई के प्रगति का मूल्यांकन महीने में एक बार करेंगे इसके साथ अभिभावक-शिक्षक की बैठक में फीडबैक लेकर शैक्षिक व्यवस्था को दुरुस्त करेंगे। परीक्षाफल के आधार पर विद्यालयों की रैंङ्क्षकग निर्धारित की जाए। सभी विद्यालयों में नामांकित छात्रों की संख्या, शिक्षकों की संख्या एवं छात्रों की औसत उपस्थिति की मानीटङ्क्षरग एक पखवारे पर करें। उन्होंने कहा कि नामांकित छात्रों की उपस्थिति अगर कम पाई गई तो इसके लिए शिक्षक एवं संकुल पदाधिकारी जिम्मेदार होंगे। सभी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी के साथ जिला स्तर के पदाधिकारी भी अपने दायित्वों का निर्वहन गंभीरतापूर्वक करेंगे। डीएम ने विद्यालयों में स्वच्छ वातावरण तैयार करने और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा लाने का आदेश दिया। शिक्षक समय से विद्यालय पहुंचे और इसकी मानीटङ्क्षरग बीईओ लेकर सभी शिक्षा अधिकारी करें। 

हाईस्कूलों में 1,59,610 विद्यार्थी नामांकित

डीपीओ सर्व शिक्षा अभियान अमरेंद्र कुमार पांडेय ने प्राथमिक से लेकर हाईस्कूलों में नामांकित बच्चों के संख्या के बारे में जानकारी दी। बताया कि जिले के कुल प्राथमिक विद्यालय 3018 हैं, जिसमें नामांकित बच्चों की संख्या 7,65,462 है। हाई स्कूल में नामांकित छात्रों की संख्या 1,59,610 है जबकि कुल सीआरसी की संख्या 251 है। प्राथमिक विद्यालयों में शिक्षक व छात्रों का औसत 50:1 है जबकि हाई स्कूल में यह औसत 121:1 है।

वित्तीय वर्ष 2019-20 में कुल 48 बालक शौचालय एवं 17 बालिका शौचालय निर्माण हेतु राशि प्राप्त हुई। कुल 65 विद्यालयों में शौचालय निर्माण हेतु राशि प्राप्त हुई जिनमें से 63 विद्यालयों में शौचालय निर्माण कार्य पूरा कर लिया गया है। 89 विद्यालयों में आवश्यकतानुसार निर्माण कार्य कराया गया, जिसमें से 78 विद्यालयों में दो कमरे तथा 11 विद्यालय में एक कमरे का निर्माण कार्य कराया गया।

मध्याह्न भोजन पर भी हुई चर्चा

बैठक में मध्यान भोजन, विद्यालयों की सफाई, रंग-रोगन, फर्नीचर की स्थिति, कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय की स्थिति के साथ असैनिक निर्माण कार्य की प्रगति प्रतिवेदन की भी समीक्षा की गई। जिला शिक्षा अधिकारी को निर्देशित किया गया कि अगली बैठक में पूरी सूचनाओं के साथ उपस्थित रहेंगे। प्रतिवेदन अपडेट होना चाहिए। शिक्षा विभाग के सभी पदाधिकारी पूरे मनोयोग एवं पारदर्शिता के साथ अपने दायित्वों का निर्वह्न करें। बैठक में जिला शिक्षा पदाधिकारी अब्दुस सलाम अंसारी, जिला जनसंपर्क अधिकारी कमल किशोर ङ्क्षसह, सभी बीईओ, बीआरसी, सीआरसीसी, बीआरपी सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।

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