मुजफ्फरपुर के तीन प्रखंडों मेंं टीकाकरण का विरोध, पहुंची टीम तो शुरू हुआ अभियान
सिविल सर्जन डॉ. एसके चौधरी ने बताया कि एक वर्ग के लोगों ने टीका लेने से इनकार किया। उसके बाद पंचायत प्रतिनिधि और धर्म गुरु के सहयोग से इनलोगों को समझा कर टीका देने का कार्य शुरू कराया गया। शनिवार व रविवार को करीब दो सौ लोगों ने टीका लिया।
मुजफ्फरपुर, जासं। कटरा, सरैया और बंदरा के कुछ गांव के लोग के इनकार के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम वहां पहुंची। लोगों को टीकाकरण के महत्ता बताई जिसके बाद टीकाकरण शुरू हुआ। सिविल सर्जन डॉ. एसके चौधरी ने बताया कि एक वर्ग के लोगों ने टीका लेने से इनकार किया। उसके बाद पंचायत प्रतिनिधि और धर्म गुरु के सहयोग से इनलोगों को समझा कर टीका देने का कार्य शुरू कराया गया। शनिवार व रविवार को करीब दो सौ लोगों ने टीका लिया। अब भी कुछ लोग टीका लेने से इन्कार कर रहे हैं । उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग की टीम गांव में कैंप कर रही है। लोगों को विश्वास दिला रही है कि टीका का कोई दुष्प्रभाव नहीं पड़ता। अगर आप टीका लेते हैं तो कोरोना जैसी बीमारी से बचाव होगा। उन्होंने कहा कि केंद्र पर अगर लोग नहीं आ रहे हंै तो धर्मगुरु व पंचायत प्रतिनिधि के साथ टीका एक्सप्रेस उनके टोला में ले जाकर टीका दे रहा है। हर जगह टीकाकरण अभियान चल रहा है।
दवा के अभाव में ब्लैक फंगस के मरीज पटना रेफर
मुजफ्फरपुर : एसकेएमसीएच में इलाज को आए ब्लैक फंगस मरीज को पटना आइजीएमएस रेफर किया गया। वह पीयर निवासी सचिंद्र कुमार बताया गया है। न्यूरो सर्जरी विभागाध्यक्ष डॉ.दीपक कर्ण ने बताया कि मरीज कोरोना पीडि़त रहा है। उसे वार्ड में रखकर जरूरी जांच कराई गई। जांच में ब्लैक फंगस की पुष्टि हुई। इस बीच पहले से तीन मरीज का सफल ऑपरेशन हुआ है। सबकी हालत में सुधार है। सब एक सप्ताह के अंदर अपने घर लौट जाएंगे। एसकेएमसीएच के अधीक्षक डॉ. बीएस झा ने बताया कि उनके यहां पहले से जो मरीज भर्ती हैं, उनका इलाज चल रहा है। लेकिन जो मरीज नया आ रहे हैं, उन्हें जांच के बाद उच्च इलाज के लिए पटना रेफर किया जा रहा है। बताया कि ब्लैक फैंगस की जरूरी दवा एमफोटेरिसीन बी अभी नहीं आ रही है। मुख्यालय से जब दवा मिलेगी, उसके बाद मरीज को आपूर्ति की जाएगी।