पुजारी की हत्या से दरभंगा के कंकाली मंदिर की सुरक्षा की खुली पोल

बदमाशों के निशाने पर रहा दरभंगा जिले का मंदिर। मृर्तियां व दान पेटी चोरी की घटनों में हो रही वृद्धि। सुरक्षा का रहता पुख्ता बंदोबस्त तो कंकाली मंदिर के पुजारी की नहीं जाती जान। फरार हमलावर आशु ठाकुर छठे दिन भी पुलिस गिरफ्त से बाहर। छापेमारी जारी।

By Dharmendra Kumar SinghEdited By: Publish:Wed, 20 Oct 2021 04:24 PM (IST) Updated:Wed, 20 Oct 2021 04:24 PM (IST)
पुजारी की हत्या से दरभंगा के कंकाली मंदिर की सुरक्षा की खुली पोल
दरभंगा में पुजारी की हत्‍या मामला की चल रही जांच। प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

दरभंगा, जासं। विश्वविद्यालय थानाक्षेत्र के रामबाग स्थित कंकाली मंदिर के प्रधान पुजारी राजीव कुमार झा उर्फ अंटू की हत्या के बाद पुलिस के शहरी सुरक्षा व्यवस्था की पोल खुल गई है। अगर सुरक्षा व्यवस्था की पुख्ता बंदोबस्त होता निश्चित रूप से पुजारी की जान नहीं जाती। फरार हमलावर मुजफ्फरपुर जिले के लखनपुर निवासी आशु ठाकुर को गिरफ्तार करने में पुलिस को सातवें दिन भी सफलता नहीं मिली। हालांकि, उसे गिरफ्तार करने के लिए पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है।

सुरक्षा व्यवस्था में चूक को लेकर लोगों में पुलिस के प्रति नराजगी है। लोगों का कहना है कि मंदिरों की सुरक्षा भगवान भरोसे है। इसके प्रति न तो जिला पुलिस गंभीर हैं और न ही स्थानीय पुलिस। यही कारण है कि आए दिन कोई न कोई घटनाएं घटती रहती है। अब पुजारी की हत्या के बाद लोग सार्वजनिक स्थलों में जाने से अपने आप को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। शहर के कई ऐसे सार्वजनिक स्थल हैं जहां एक भी पुलिस कर्मी की तैनाती नहीं है। बहुमूल्य व ऐतिहासिक धरोहरों की सुरक्षा भगवान भरोसे है। मंदिर, मस्जिद, चर्च की सुरक्षा को लेकर पुलिस गंभीर नहीं है।

सैदनगर स्थित काली मंदिर, लहेरियासराय हनुमान मंदिर, मिर्जापुर के मलेच्छमर्दनी मंदिर, राज परिसर के मनोकामना मंदिर, माधेश्वर स्थान, कंकाली मंदिर, दोनार चर्च, लहेरियासराय जामा मस्जिद आदि जगहों पर श्रद्धालुओं की काफी भीड़ रहती है। लेकिन, यहां एक भी पुलिस कर्मियों की तैनाती नहीं है। मिथिलांचल का चर्चित श्यामा मंदिर की सुरक्षा की सुरक्षा निजी गार्ड के हाथों में है। यहां रोजाना हजारों भक्त आते हैं। पूर्व की घटनाओं को लेकर भी पुलिस सचेत होना उचित नहीं समझ रही है। जिले के मंदिरों पर पहले से बदमाशों की नजर पर रही है। मंदिरों से मृर्तियां, आभूषण व दान पेटी चोरी की कई घटनाएं घटी है। लेकिन, वर्षों बाद मंदिर के अंदर पुजारी की हत्या हुई है। इससे हर लोग सकते में है। बता दें कि 19 जनवरी 2021 की रात बहेड़ी थानाक्षेत्र के हाबीडीह स्थित अति प्राचीन लक्ष्मीनारायण मंदिर से अज्ञात चोरों ने गणेश भगवान की प्रतिमा चोरी कर ली थी। तीन अप्रैल 2021 को जाले थानान्तर्गत घोघराहा स्थित श्रीरामजानकी मठ सह मंदिर से स्थापित मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम समेत देवी सीता, लक्ष्मण व हनुमान की प्रतिमा चोरी कर ले गए।

22 सितंबर 2021 को सदर थानाक्षेत्र के गांधीनगर कटरहिया स्थित दुर्गा मंदिर से चोरों ने दान पेटी उठाकर ले गए। दो माह पहले कमतौल थानाक्षेत्र के हरिहरपुर गांव स्थित दुर्गा मंदिर से दानपेटी को चोरों ने किसी धारदार हथियार से काटकर फरार हो गए थे। 22 जनवरी 2020 को लहेरियासराय थानाक्षेत्र के स्टेशन रोड स्थित दुर्गा मंदिर परिसर से चोरों ने बजरंगबली की प्रतिमा से मुकुट और चंदन उड़ा ले गए थे। 23 अक्टूबर 2019 को प्रसिद्ध शिव मंदिर बाबा कुशेश्वरनाथ मंदिर स्थित दान पात्र का शीशा तोड़कर हजारों रुपए की चोरी कर चोर फरार हो गए थे। चोरों की करतूत सीसी कैमरा में कैद होने के बाद भी पुलिस के हाथ खाली रह गए। चोर हाथों में लोहे की कड़ी से दान पात्र के शीशा को तोडऩे के बाद सिमेंट के बोरा में दो बार रुपये भरकर गेट तक खड़े बदमाश को देने का काम किया था। इसके बाद सभी बाइक से फरार हो गए।

पांच नवंबर 2017 को स‍िंंहवाड़ा थानाक्षेत्र के भरवाड़ा दोसिमना चौक के लीलू साह पोखर स्थित काली मां के मंदिर से चोरों ने प्रतिमा से सोने की आंख निकाल ली। साथ में नथिया, टीका चोरी कर ली। हालांकि चांदी के मुकुट निकालने में चोर को सफलता नहीं मिली थी। ऐसी घटनाएं जिले में कई घटी है। लेकिन, पर्दाफाश की बात तो दूर अन्य घटनाएं नहीं घटे इसे लेकर भी पुलिस कभी गंभीर नहीं रही। माधेश्वर स्थान में पूजा अर्चना करने आए मुंगेर गुड्डू सिन्हा की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। हालांकि, इस बीच पुलिस को 2017 में बड़ी सफलता मिली थी। कंकाली मंदिर के प्रतिमा को लूटने और पुजारी राजीव कुमार झा उर्फ अंटू की हत्या की साजिश को पुलिस ने समय रहते विफल कर दिया था।

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