स्वास्थ्य विभाग में 'चेक युग' का हो गया अंत, अब ऑनलाइन भुगतान शुरू
विश्व बैंक कर रहा तकनीकी सहयोग। सभी 16 पीएचसी के साथ सदर अस्पताल पीएफएमएस जुड़ा। समय पर भुगतान करने में परेशानी होता देख उठाया गया कदम।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। स्वास्थ्य विभाग में अब चेक युग का अंत हो गया है। जिला स्वास्थ्य समिति की ओर से कर्मियों से लेकर आपूर्तिकर्ताओं को दिये जाने वाले चेक पर रोक लगाते हुए ऑनलाइन भुगतान शुरू किया गया है। विश्व बैंक तकनीकी सहयोग कर रहा है। विश्व बैंक के सहयोग से जिला स्वास्थ्य समिति में दो आइटी साधनसेवी रवि कुमार व पूजा कुमारी अपनी सेवा दे रहे हैं। अभी तक स्वास्थ्य विभाग में जिला स्वास्थ्य समिति की ओर से संविदा पर बहाल कर्मियों के साथ दवा व अन्य सामान की आपूर्ति कराने वाले आपूर्तिकर्ताओं को चेक के जरिए भुगतान किया जाता था।
इसके कारण भुगतान में आए दिन समस्या उत्पन्न हो रही थी। समय पर भुगतान करने में परेशानी हो रही थी। सिविल सर्जन डा. शैलेश कुमार सिंह ने बताया कि जिला स्वास्थ्य समिति की ओर से बहुत पहले से यह पहल चल रही थी। ऑन लाइन भुगतान चल रहा था। लेकिन सफल ट्रायल के बाद अब पूरी तरह से ऑनलाइन भुगतान शुरू होने से अब वित्तीय पारदर्शिता पूरी तरह से रहेगी। इसके लिए जिले के सभी पीएचसी के लेखापाल को प्रशिक्षण दिया गया और वह काम भी कर रहे हैं।
जिला लेखा प्रबंधक अफरोज हैदर की निगरानी में पब्लिक फाइनेंस मैनेजमेंट सिस्टम काम कर रहा है। विश्व बैंक की मदद से दो साधनसेवी आए हैं जो कहीं पर तकनीकी समस्या उत्पन्न होने के बाद तुरंत उसको दूर करते हैं। सभी पीएचसी के साथ जिला स्वास्थ्य समिति नये सिस्टम से जुड़कर काम कर रही है। अब चेक की उपयोगिता करीब-करीब खत्म हो गई है। नई व्यवस्था से समय की बचत व परेशानी कम हुई है।