नगर निगम के सफाई कर्मचारियों की होगी आनलाइन निगरानी
सफाई कर्मचारी अब नगर निगम अधिकारियों की आंख में धूल नहीं झोक पाएंगे क्योंकि सफाई व्यवस्था हाईटेक होने जा रही है।
मुजफ्फरपुर : सफाई कर्मचारी अब नगर निगम अधिकारियों की आंख में धूल नहीं झोक पाएंगे, क्योंकि सफाई व्यवस्था हाईटेक होने जा रही है। सफाई कर्मचारियों की आनलाइन निगरानी होगी। उनके काम पर आने से लेकर घर लौटने तक सबकुछ अधिकारियों की नजर में रहेगा। इसके लिए बेंगलुरु की कंपनी ज्ञानकर टेक्नोलाजीज प्राइवेट लिमिटेड को उपकरण लगाने की जिम्मेदारी दी गई है। कंपनी को 10 दिनों के अंदर उपकरणों को लगाने को कहा गया है।
नई व्यवस्था के तहत अब सफाई कर्मचारियों की हाजिरी उनके वार्ड में ही फेस रिकग्निशन सिस्टम से बनाई जाएगी। शहर के सभी वार्डों, अंचल कार्यालयों व बहलखाना के साथ-साथ निगम कार्यालय में भी यह व्यवस्था रहेगी। निगम के अधिकारी कार्यालय या घर बैठे सफाई कर्मचारियों पर निगरानी रख सकेंगे। इसके के लिए क्लाउड बेस्ड मोबाइल का उपयोग किया जाएगा।
अब तक वार्ड जमादार एवं अंचल निरीक्षक की मिलीभगत से हाजिरी घोटाले की शिकायत मिल रही थी। नगर निगम बोर्ड की बैठक में यह मामला उठा था, लेकिन इस सिस्टम के विकसित होने जाने से ऐसी शिकायत नहीं रह जाएगी। इस सिस्टम को वार्ड पार्षद के आवास पर लगाया जा सकता है या वार्ड जमादार को उपलब्ध कराया जा सकता।
शहरी क्षेत्र में बने आश्रय स्थल का निरीक्षण करने आई टीम
शहरी क्षेत्र स्थित नगर निगम के अश्रय स्थलों में कौन-कौन सी सुविधाएं दी जा रही हैं, इसका संचालन कैसे किया जा रहा है। वहां तक आश्रय विहीन पहुंचे इसके लिए क्या-क्या उपाय किए जा रहे हैं। यह जानकारी लेने के लिए राज्य सरकार के स्तर से गठित आठ सदस्यीय टीम पांच दिनी दौरे पर आई है। टीम के सदस्य ग्रामीण कार्य विभाग से जुड़े हैं। टीम ने पहले दिन बुधवार को नगर आयुक्त विवेक रंजन मैत्रेय से मुलाकात की। उसके बाद निगम कार्यालय के सभागार में बैठक कर जरूरी जानकारी ली। नगर प्रबंधक ओम प्रकाश ने बताया कि टीम के सदस्य माल गोदाम चौक स्थित रैन बसेरा को पायलेट प्रोजेक्ट के रूप में देख रही है। यदि टीम के सदस्य वहां की सुविधाओं से संतुष्ट हुए तो राज्य के अन्य शहरों में इसी तरह की व्यवस्था की जाएगी। टीम शहर के सभी रैन बसेरा का निरीक्षण करेगी।