पूर्वी चंपारण में एक ऐसा विद्यालय जहां श‍िक्षकों के आपसी व‍िवाद में छह माह से ताला बंद, चाबी गायब

East Champaran वरीयता व प्रभार को लेकर कनूनिया प्राथमिक विद्यालय में पठन-पाठन बाधित प्रखंड क्षेत्र के दुबहा पंचायत के कनूनिया प्राथमिक विद्यालय का है मामला एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोक के चक्कर में नहीं हो पा रही पढ़ाई।

By Dharmendra Kumar SinghEdited By: Publish:Tue, 05 Oct 2021 02:25 PM (IST) Updated:Tue, 05 Oct 2021 02:25 PM (IST)
पूर्वी चंपारण में एक ऐसा विद्यालय जहां श‍िक्षकों के आपसी व‍िवाद में छह माह से ताला बंद, चाबी गायब
पूर्वी चंपारण के एक स्‍कूल में छह माह से पढ़ाई बाध‍ित। प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

पूर्वी चंपारण (आदापुर), जासं। प्रखंड के दुबहा पंचायत अंतर्गत कनूनिया प्राथमिक विद्यालय में वरीयता व प्रभार का मामला अभी चल रहा है। बीते आठ माह से जारी यह मामला जिला शिक्षा पदाधिकारी से लेकर उपनिदेशक तक पहुंच गया है । जिसके कारण विद्यालय का शैक्षणिक माहौल खराब हो गया है । जानकारी के अनुसार विद्यालय में वरीयता के आधार पर जब बबीता कुमारी को प्रधान शिक्षक बनाया गया तो भीएसएस अध्यक्ष रामविवेश पासवान ने उनके नियोजन पर प्रश्न चिन्ह लगाते हुए आवेदन बीईओ, डीईओ, आरडीडी व उपनिदेशक तक को दे दिया। जिसमें आरोप लगाया कि इनका नियोजन गलत है।

शैक्षणिक प्रमाणपत्र नियोजन के अनुरूप नहीं है । इनको मैट्रिक व इंटर में प्राप्तांक 45 प्रतिशत से कम है। तब श्री कुमारी ने आवेदन दिया कि प्रधानाध्यापक पद के लिए दावेदार सुनील कुमार गुप्ता का नियोजन गलत है और वे कार्यरत है । साथ ही प्रधानाध्यापिका व विद्यालय शिक्षा समिति के सचिव कांति देवी ने श्री गुप्ता व इनकी पत्नी शिक्षिका सविता कुमारी पर आरोप लगाया कि वे दोनों बगैर सूचना विगत छह माह से अनुपस्थित है । साथ ही विद्यालय के तीन कमरों की चाबी लेकर चले गये है। जिसके कारण अब यहां पठन-पाठन के कार्य में बाधा उत्पन्न हो रही है।

इधर बबीता कुमारी के नियोजन व शैक्षणिक प्रमाण पत्र की जांच कर प्रतिवेदन आरडीडी ने मांग की थी । जिसकी जांच कर बीईओ हरेराम स‍िंह ने डीईओ कार्यालय को भेजने का दावा किया । लेकिन 01 अक्टूबर को आरडीडी कार्यालय ने इसे अप्राप्त बताते हुए बबीता की नियोजन को नियमावली के विरूद्ध बताते हुए जांच की प्रकृयिा पूर्ण होने तक डीईओ के कार्यालय से निर्गत पत्र संख्या 961 को स्थगित करते हुए वरीयता के आधार पर सुनील गुप्ता को प्रधानाध्यापक पद पर बने रहने व अनुपालन कराने संबंधित प्रतिवेदन एक सप्ताह के अंदर कार्यालय को समर्पित करने को कहा गया है।

chat bot
आपका साथी