पीजी में अधिक रिक्त वाले विषयों में आनस्पाट नामांकन का मौका

बीआरए बिहार विश्वविद्यालय की ओर से पीजी सत्र-2020-22 में नामांकन के लिए तीन बार मेधा सूची जारी करने के बाद भी कई विषयों में सीटें रिक्त रह गई हैं।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 30 Sep 2021 01:56 AM (IST) Updated:Thu, 30 Sep 2021 01:56 AM (IST)
पीजी में अधिक रिक्त वाले विषयों में आनस्पाट नामांकन का मौका
पीजी में अधिक रिक्त वाले विषयों में आनस्पाट नामांकन का मौका

मुजफ्फरपुर : बीआरए बिहार विश्वविद्यालय की ओर से पीजी सत्र-2020-22 में नामांकन के लिए तीन बार मेधा सूची जारी करने के बाद भी कई विषयों में सीटें रिक्त रह गई हैं। इन सीटों को भरने के लिए विवि की ओर से आनस्पाट नामांकन पर विचार किया जा रहा है। गुरुवार को इसपर अंतिम निर्णय लिया जा सकता है। विज्ञान संकाय में बाटनी और रसायनशास्त्र में सीटें रिक्त हैं तो आ‌र्ट्स में दर्शनशास्त्र, परसियन, बांग्ला, मैथिली समेत अन्य विषयों में भी सीटें रिक्त रह गई हैं। इनमें इक्का-दुक्का ही नामांकन हुआ है और अधिकतर सीटें खाली हैं। छात्र कल्याण के अध्यक्ष डा.प्रमोद कुमार ने बताया कि इसपर विचार किया जा रहा है। गुरुवार को कुलपति से आदेश मिलने के बाद इस संबंध में पत्र जारी कर दिया जाएगा। आनस्पाट में वे ही छात्र-छात्राएं नामांकन ले सकेंगे जिन्होंने पहले से आवेदन किया हो। बता दें कि विवि की ओर से 6350 सीटों पर पीजी में नामांकन की प्रक्रिया शुरू की गई थी। तीन बार मेधा सूची जारी होने के बाद भी आर्ट के आधा दर्जन विषयों और साइंस संकाय के दो विषयों में सीटें खाली रह गई हैं।

विवि कर्मी के निधन पर शोकसभा आयोजित

बीआरए विश्वविद्यालय के राजनीति विज्ञान विभाग के कर्मचारी राजेंद्र वर्मा के असामयिक निधन पर बुधवार को विवि के प्रशासनिक भवन में शोकसभा हुई। विश्वविद्यालय के अधिकारियों, शिक्षकों, कर्मचारियों, छात्रों और कई महाविद्यालय के प्राचार्यो ने उनकी आत्मा की शांति और इस विपत्ति काल में स्वजनों को धैर्य धारण करने के लिए ईश्वर से प्रार्थना की। बता दें कि विवि में 1995 में नियुक्त राजेंद्र वर्मा के परिवार में उनकी पत्नी और एकमात्र पुत्री हैं। शोकसभा में कुलसचिव डा.आरके ठाकुर, कुलानुशासक डा.अजीत कुमार, डीएसडब्ल्यू प्रो.प्रमोद कुमार, परीक्षा नियंत्रक डा.संजय कुमार, डा.विपिन कुमार राय, डा.ललन झा, डा.धर्मेंद्र चौधरी समेत समाज विज्ञान संकाय के अध्यक्ष, अर्थशास्त्र, दर्शनशास्त्र, इतिहास के शिक्षक, शिक्षकेत्तर कर्मचारी व छात्र-छात्राओं ने भाग लिया।

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