पश्चिम चंपारण में अनाथ बच्चों की मदद करेंगे अधिकारी, प्रशासन उठाएगा पढ़ाई का खर्च

बगहा में अनाथ बच्चों के नाथ बने अधिकारी बांध के निरीक्षण को कनघुसरी पहुंचे अधिकारियों ने की पहल भीख मांग रहे बच्चे को देख अधिकारी हैरान दी आर्थिक मदद रामनगर के वनवर्ती कनघुसरी गांव में बाढ़ और कटाव की संभावित स्थिति की जानकारी लेने पहुंचे एसडीएम शेखर आनंद।

By Dharmendra Kumar SinghEdited By: Publish:Tue, 08 Jun 2021 03:34 PM (IST) Updated:Tue, 08 Jun 2021 03:34 PM (IST)
पश्चिम चंपारण में अनाथ बच्चों की मदद करेंगे अधिकारी, प्रशासन उठाएगा पढ़ाई का खर्च
पश्‍च‍िम चंपारण में अनाथ बच्‍चों की मदद को पहल। जागरण

पश्चिम चंपारण [ विभोर कुमार]। पहले माता-पिता और फिर नाना-नानी की मौत के बाद सड़क पर आ गए चार अनाथ भाई-बहनों के परिवार की मदद को अधिकारी आगे आए हैं। रामनगर के वनवर्ती कनघुसरी गांव में बाढ़ और कटाव की संभावित स्थिति की जानकारी लेने पहुंचे एसडीएम शेखर आनंद एक सात साल के बच्चे को भीख मांगते देख भौचक रह गए। जब स्थानीय लोगों से पूछताछ की तो जानकारी मिली कि बच्चे का नाम रंजीत है। वह उन बदनसीब चार भाई-बहनों में एक है जिसकी मां और पिता रामायण राम की अज्ञात बीमारी से हो गई। मौत के बाद चारों बच्चे क्रमश: अमरजीत, रंजीत, हीरामति और छठिया नाना-नानी के पास रहने के लिए आ गए। कुछ दिनों के बाद एक जंगली हाथी के हमले में नाना-नानी की भी मौत हो गई। इसके बाद बड़े भाई अमरजीत पर छोटे भाई-बहनों के परवरिश की जिम्मेदारी आ गई।

अमरजीत काम की तलाश में परदेस गया। यहां उसने मेहनत मजदूरी करनी शुरू की। इस बीच कोरोना संकट के कारण लॉकडाउन की स्थिति उत्पन्न हो गई। जिसके बाद बच्चों के समक्ष दो वक्त की रोटी की भी समस्या खड़ी हो गई। हार कर बच्चे भीख मांगकर गुजारा कर रहे। एसडीएम ने तत्काल इस परिवार की नकद सहायता की। साथ ही मौके पर मौजूद रामनगर सीओ विनोद मिश्रा से विभिन्न योजनाओं का लाभ इन बच्चों को दिलाने का आदेश दिया। एसडीएम ने कहा कि बच्चों की पढ़ाई की व्यवस्था होगी। उन्होंने रामनगर के शिक्षा पदाधिकारी से बच्चों के नामांकन और एमडीएम के लाभ से जुड़ी जानकारी तलब की। साथ ही बीडीओ से पारिवारिक सूची तैयार कराकर राशनकार्ड बनाने का आदेश दिया।

मिलेगा सरकारी योजनाओं का लाभ :-

सीओ विनोद मिश्रा ने बताया कि बच्चों की खेती योग्य जमीन कटाव की जद में आ गई। रोजगार की भी समस्या है। प्रशासनिक स्तर पर भविष्य में भी रोजगार के अवसर पैदा होने पर मदद का आश्वासन दिया गया। मौजूद पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों ने तत्काल आर्थिक मदद की। सीओ ने कहा कि बहनों की शादी में भी प्रशासन यथासंभव मदद करेगा। रामनगर थानाध्यक्ष अभिनंदन कुमार सिंह व गोबर्द्धना थानाध्यक्ष शंभू मांझी ने भी उनकी मदद का आश्वासन दिया।

- प्रशासनिक स्तर पर इन बच्चों की हर मदद की जाएगी। रामनगर के बीडीओ-सीओ से रिपोर्ट तलब की गई है। यदि बच्चे पढ़ना चाहे तो उनकी पढ़ाई की व्यवस्था प्रशासन करेगा। - शेखर आनंद, एसडीएम

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