सीतामढ़ी : फेसबुक पर फर्जी आईडी बना लड़कियों पर करते थे आपत्तिजनक कमेंट, जानिए कैसे पकड़े गए

सीतामढ़ी बैरगनिया में कोचिंग में पढ़ने वाले लड़के-लड़कियों के बारे में फेक आईडी से फेसबुक पर दो युवक करते थे आपत्तिजनक कमेंट आईटी सेल ने दोनों को ढूंढ़ निकालाकोचिंग को बदनाम करने की नीयत से किया जा रहा था ऐसा दोनों को जेल

By Dharmendra Kumar SinghEdited By: Publish:Thu, 11 Feb 2021 08:23 PM (IST) Updated:Fri, 12 Feb 2021 03:37 PM (IST)
सीतामढ़ी : फेसबुक पर फर्जी आईडी बना लड़कियों पर करते थे आपत्तिजनक कमेंट, जानिए कैसे पकड़े गए
सीतामढ़ी के बैरगनिया से गिरफ्तार फेसबुक पर आपत्तिजनक कमेंट वाला। जागरण

बैरगनिया (सीतामढ़ी), जासं।  कोचिंग में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं के बारे में फेक आईडी से फेसबुक पर आपत्तिजनक कमेंट कर खुश होने वाले दो सनकी आखिरकार पुलिस की गिरफ्त में आ गए। 40 दिनों से पुलिस, कोचिंग संचालक व उन विद्यार्थियों तथा उनके अभिभावकों के लिए दोनों सनकी परेशानी का सबब बन गए थे, मगर अब सबने राहत की सांस ली है। बैरगनिया थाना के मरपा ताहिर गांव के कोचिंग संचालक ने दो जनवरी को मामले में लिखित शिकायत दर्ज कराई थी। कोचिंग संचालक संजय कुमार पिता भरत लाल साह की शिकायत को पुलिस ने गंभीरता से लिया। धारा-66 सी आईटी एक्ट में मामला दर्ज किया और फेसबुक पर उस आईडी को खंगालना शुरू किया जिससे ये कमेंट्स किए जा रहे थे। पता चला कि उसी थाने के पताही गांव के दो लोग फेसबुक पर फर्जी आईडी बनाकर अलग-अलग नंबरों से कोचिंग को बदनाम करने की साजिश कर रहे हैं। दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। जिला प्रशासन ने मीडिया को इस बात की जानकारी दी। प्रशासन के हवाले से डीपीआरओ परिमल कुमार द्वारा बताया गया है कि फैयाज अहमद के 19 साल के पुत्र चांद खां उर्फ एहसान अहमद व 22 साल के अबरार खान के पुत्र इस्तखार खान को गिरफ्तार कर लिया गया है। पूछताछ के बाद दोनों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।

 

फेसबुक से संपर्क कर शातिरों की बंद कराई गई आईडी

 प्रशासन द्वारा जानकारी दी गई कि दो जनवरी को शिकायतकर्ता संजय कुमार के आधार पर बैरगनिया थाने में अज्ञात के विरूद्ध प्राथमिकी दर्ज की गई। आवेदक द्वारा आरोप लगाया गया था कि उनके कोचिंग सेंटर के नाम से गलत आईडी बनाकर फेसबुक पर कोचिंग में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं के विरूद्ध गंदी-गदी गाली लिखकर पोस्ट डाला जाता है। कोचिंग को बदनाम करने के मकसद से ऐसा किया जा रहा है। अनुसंधान में टेक्नीकल सेल के द्वारा अज्ञात के द्वारा फेसबुक पर जितनी भी गलत आईडी बनाकर भ्रामक पोस्ट डाला गया था सभी को फेसबुक से संपर्क करके बंद कराया गया। आईडी मेें उपयोग हो रहे अलग-अलग नंबरों का इस्तेमाल कर रहे व्यक्तियों की पहचान साक्ष्य संकलन के द्वारा कर लिया गया। साक्ष्य के आधार पर दोनों की गिरफ्तारी हुई।

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