बगहा में अब पंचायतों में कैंप करेंगे कर्मी, हाथों हाथ जमा होंगे आवेदन
बगहा दो बीडीओ जयराम चौरसिया ने बताया कि जाति आय निवास समेत अन्य सभी प्रकार के प्रमाणपत्रों के लिए आवेदकों को प्रखंड का चक्कर काटने की जरूरत नहीं है। आवेदक अपने पंचायत की पंचायत सरकार भवन जाएंगे और कार्यपालक सहायकों को आवेदन हस्तगत करेंगे।
बगहा, जासं। लाखों रुपये की लागत से पंचायताें में बने पंचायत सरकार भवन की वीरानगी अब गुजरे जमाने की बात होगी। पंचायत सचिव व कार्यपालक सहायक समेत सभी पंचायत स्तरीय कर्मी अब पंचायतों में पूरे दिन कैंप करेंगे तथा जन समस्याओं से जुड़े आवेदन प्राप्त करेंगे व शिकायतों को दूर करने की कवायद चलेगी। यह निर्णय 75 वें स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित ग्रामसभाओं में लिया गया।
बगहा दो बीडीओ जयराम चौरसिया ने बताया कि जाति, आय, निवास समेत अन्य सभी प्रकार के प्रमाणपत्रों के लिए आवेदकों को प्रखंड का चक्कर काटने की जरूरत नहीं है। आवेदक अपने पंचायत की पंचायत सरकार भवन जाएंगे और कार्यपालक सहायकों को आवेदन हस्तगत करेंगे। आवेदन प्राप्ति के बाद उनकी ऑनलाइन इंट्री होगी। तदुपरांत निर्धारित समयसीमा के भीतर प्रमाणपत्र ऑनलाइन अपलोड कर दिए जाएंगे। जिसे आवेदक कहीं से भी प्राप्त कर सकेंगे। इसके अलावा मनरेगा के तहत जॉबकार्डधारी रोजगार के लिए भी पंचायत से ही आवेदन कर सकेंगे। मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना, कबीर अंत्येष्टि योजना, सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना, पारिवारिक लाभ योजना समेत सरकार की अन्य सभी जन कल्याणकारी योजनाओं के लाभ के लिए लोग अपने पंचायत में ही आवेदन कर सकंगे। बीडीओ ने बताया कि सभी पंचायत सचिवों, कार्यपालक सहायकों समेत अन्य कर्मियों को यह निर्देश दिया गया है कि वे तय समय तक पंचायत सरकार भवन में ही ड्यूटी बजाए। गायब पाए जाने वाले कर्मियों पर कार्रवाई तय है।
पावर सप्लाई कम होने से चरमराई बिजली व्यवस्था
जासं, मुजफ्फरपुर : सुपौल जिले के पावर ग्रिड के पावर ट्रांसफार्मर में आग लगने से मंगलवार को मुजफ्फरपुर जिले में पावर की सप्लाई कम हो गई। इसके कारण जिले की व्यवस्था चरमराई गई। शहर के सभी पावर सब स्टेशनों को पावर ग्रिड को बिजली की सप्लाई नहीं मिलने से इलाके में संकट पैदा हो गया। आपूर्ति को रोटेशन पर चलाया जा रहा है। सभी पावर सब स्टेशन के अलग-अलग फीडरों में दो-दो घंटे के रोटेशन पर बिजली दी गई। यह स्थिति देर रात तक रही। जिले के पावर सब स्टेशनों को 20 की जगह चार मेगावाट ही बिजली दी गई। इसके कारण सारा फीडर रोटेशन पर चला गया। भिखनपुरा पावर ग्रिड, एसकेएमसीएच, द्वारिकानगर सभी पावर ग्रिड से सप्लाई कम दी गई। इसके कारण गर्मी में जिले वासियों के बीच पंखे, कूलर, एसी बंद होने से हाहाकार मचा रहा।