Samastipur Education News : अब नजदीकी प्राथमिक विद्यालय में पढ़ेंगे आंगनबाड़ी केंद्र के बच्चे
Samastipur Education News समेकित बाल विकास सेवाएं निदेशालय के निदेशक ने जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (डीपीओ) को पत्र जारी कर आंगनबाड़ी केंद्र को नजदीकी प्राथमिक विद्यालय से टैग करने का निर्देश दिया है। आंगनबाड़ी केंद्रो पर नामांकित बच्चे अब उसी नजदीकी प्राथमिक विद्यालयों में पढ़ेंगे।
समस्तीपुर, जागरण संवाददाता। आंगनबाड़ी केंद्रो पर नामांकित बच्चे अब प्राथमिक विद्यालयों में पढ़ेंगे। समेकित बाल विकास सेवाएं निदेशालय के निदेशक ने जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (डीपीओ) को पत्र जारी कर आंगनबाड़ी केंद्र को नजदीकी प्राथमिक विद्यालय से टैग करने का निर्देश दिया है। जिला कार्यक्रम पदाधिकारी को भेजे पत्र में कहा गया है कि जो आंगनबाड़ी केंद्र प्राथमिक विद्यालय परिसर या विद्यालय के भवन में संचालित हो रहा है वैसे आंगनबाड़ी केंद्र को नजदीक के प्राथमिक विद्यालय से टैग करें। एक ही वार्ड में प्राथमिक विद्यालय और आंगनबाड़ी केंद्र अलग-अलग चल रहा है और प्राथमिक विद्यालय का अपना भवन है तो आंगनबाड़ी को संबंधित प्राथमिक विद्यालय से टैग किया जाए। इसके लिए जिले में कवायद शुरू कर दी गई है।
यह भी पढ़ें: शिवहर: नर्स को अंधेरे से डर लगता है इसलिए पति ड्यूटी बजाने आ गया, मिली यह सजा
क्या है आंगनबाड़ी योजना :
ग्रामीण क्षेत्रों में तीन से छह वर्ष के बच्चों और उनकी मां को कुपोषण से बचाने के लिए भारत सरकार द्वारा एकीकृत बाल विकास सेवा कार्यक्रम के अंतर्गत आंगनबाड़ी योजना को आरंभ किया गया है। इस योजना के अंतर्गत गांव और कस्बों में घनी आबादी वाले क्षेत्रों में एक आंगनबाड़ी केंद्र खोला गया है। समस्तीपुर जिले में 4965 आंगनबाड़ी केंद्र संचालित हैं। इन केंद्रों में सरकार द्वारा प्रदान की गयी अत्याधुनिक सुविधाएं मिलती हैं , जो बच्चों और उनकी मां को कुपोषण से बचाते हैं।
यह भी पढ़ें: मंत्री रामसूरत राय का पलटवार, यादव समाज के लोग लालू एंड फैमिली के बंधुआ नहीं
केंद्रों पर बच्चों को मिल रही पोषित भोजन
आंगनबाड़ी केंद्रों में सुविधाओं के रूप में बच्चों को पोषित भोजन, स्वास्थ्य सेवाएं, खेल सामग्री, बच्चों की पुस्तकें, धात्री महिलाओं की सही समय पर जांच और परामर्श, बच्चों को बुनियादी ज्ञान से शिक्षित करना आदि है। आंगनबाड़ी केंद्र पर बच्चे और महिलओं को घर जैसा वातावरण उपलब्ध कराया जाता है, जिससे उनको किसी भी प्रकार का संकोच न रहे।
यह भी पढ़ें: मुजफ्फरपुर से पटना का बस भाड़ा नन एसी 130 व एसी से 150 रुपये, जानिए अन्य जगहों का किराया
बच्चों का होगा नजदीक के विद्यालय में नामांकन
जिस वार्ड में आंगनबाड़ी केंद्र चल रहा है और वहां प्राथमिक विद्यालय नहीं है तो पास के प्राथमिक विद्यालय से उसे अटैच कर दिया जाए। वैसे आंगनबाड़ी केंद्र जो आईसीडीएस द्वारा बनाए गए भवनों के अतिरिक्त अन्य सरकारी भवनों पंचायत भवन, सामुदायिक भवन, सरकारी लाइब्रेरी आदि में संचालित है तो उसे संबंधित वार्ड या वार्ड के निकटतम प्राथमिक विद्यालय से संबंध किया जाए। वैसे आंगनबाड़ी जो किराए के भवन से संचालित हैं उन्हेंं प्राथमिक विद्यालय के प्रांगण में संचालित करने का निर्देश दिया गया है। आईसीडीएस निदेशक ने जिला कार्यक्रम पदाधिकारी को जिला शिक्षा पदाधिकारी से समन्वय स्थापित कर सभी आंगनबाड़ी केंद्रों को प्राथमिक विद्यालय से टैग कराने को कहा है। इस संबंध में विस्तृत जानकारी 20 मार्च तक मांगी गई है।